प्रशासनिक टीम ने मारी दबिश, 10 किलो वाइट जेली जब्त
उज्जैन, अग्निपथ। आयुर्वेदिक औषधि का नाम देकर घर में बनाई जा रही क्रीम की शिकायत मिलने पर शनिवार को प्रशासनिक टीम ने मौके पर पहुंचकर दबिश मारी। क्रीम का बिना लायसेंस निर्माण किया जा रहा था।
माफियाओं के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में एडीएम नरेन्द्र सूर्यवंशी को दाद, खाज-खुजली की आयुर्वेदिक औषधि बिना अनुमति बनाने जाने की शिकायत मिल रही थी। जांच के लिये औषधि प्रशासन के ड्रग इंस्पेक्टर धरमसिंह कुशवाह, जिला आयुष अधिकारी मनीषा पाठक, एएसपी अमरेन्द्रसिंह की टीम बनाकर एडीएम ने तिरुपति एवेन्यू कालोनी मेंं योगेन्द्र जायसवाल के मकान पर दबिश मारी।
जहां सप्तबूटी चर्मा क्रीम का निर्माण घर में किया जा रहा था। क्रीम वाइट पेट्रोलियम जली में कलर मिलाकर तैयार की जा रही थी। जिसे 20 ग्राम की डिब्बी में भरा जा रहा था। प्रसार-प्रसार के लिये पर्चे भी छपाए गये थे। जिस पर लिखा गया था कि हमारी दवाइयां अंग्रेजी मेडिकल पर नहीं मिलती है। दाद, खाज, खुजली से राहत की ग्यारंटी भी अंकित कराई गई थी।
मामले में क्रीम बनाने जाने का लायसेंस मांगा गया, जो होना सामने नहीं आया। औषधि प्रशासन की ड्रग टीम ने क्रीम का सेंपल लेकर जांच के लिये भेजते हुए वहां से 10 किलो पेट्रोलियम जली के साथ कलर बरामद कर लिया है। एडीएम का कहना था कि मामले में जांच की जा रही है। सेंपल की जांच रिपोर्ट आने के बाद योगेन्द्र के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।