कार्यालय में कलेक्टर एवं एमपीआईडीसी कार्यकारी संचालक ने पौधारोपण किया
उज्जैन, अग्निपथ। कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने बुधवार सुबह विक्रम उद्योगपुरी का निरीक्षण किया। निरीक्षण की शुरुआत कलेक्टर श्री सिंह और एमपीआईडीसी कार्यकारी संचालक राजेश राठौर ने विक्रम उद्योगपुरी कार्यालय में पौधारोपण कर की। विक्रम उद्योगपुरी कार्यालय में कलेक्टर श्री सिंह ने बैठक लेकर जानकारी प्राप्त की और औद्योगिकविकास संबंधित पर्याप्त बिजली, पानी, स्क्लि डेवलपमेंट, आवागमन की सुविधा, इनपुट-आउटपुट सप्लाई चेन और वित्तीय मदद संबंधित आवश्यक दिशा निर्देश दिए्र।
विक्रम उद्योगपुरी कार्यालय में आयोजित बैठक में कार्यकारी संचालक श्री राठौर ने कलेक्टर को विभागीय जानकारी प्रदान की। उन्होंने जानकारी दी की एमपीआईडीसी द्वारा औद्योगीकरण को बढावा देने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट , इंडस्ट्रीयल एरीया में सप्लाई चेन व आवागमन के लिए कनेक्टिविटी स्थापित, इंडस्ट्रीज को फैसिलिटेट, पॉलिसी इंप्लीमेंटेशन, फाइनेंशली असिस्ट करने का कार्य किया जाता है। उज्जैन जिलें में विक्रम उद्योगपुरी, ताजपुर इंडस्ट्रियल एरिया, मक्सी फेस 2 इंडस्ट्रियल पार्क है।
इन औद्योगिक क्षेत्रों में प्रमुख मेजर इंडस्ट्रियल यूनिट प्रतिभा स्वराज, श्रीनिवास फार्मा, सुधाकर पाईप्स,यशोदा लिनेन, इस्कान बालाजी फुड लिमिटेड, वीई कमर्शीयल प्राइवेट लिमिटेड, अमूल पंचमहल जिला कोऑपरेटिव, पेप्सीको, एमडीएच मसाला, कर्नाटक एंटीबायोटिक्स स्थापित है। विक्रम उद्योगपुरी में 312.89 हैक्टेयर एरिया विकसित किया जा चुका है, विक्रम उद्योगपुरी के दो भाग हैं जिसमें विक्रम उद्योगपुरी मल्टी प्रोडक्ट 773.21 एकड़ क्षेत्रफल मे व मेडिकल डिवाइस पार्क 360 एकड़ क्षेत्रफल मे विकसित हो रहें है।
विक्रम उद्योगपुरी में 67 इंडस्ट्रीज को भूमि का अलॉटमेंट किया जा चुका है, जिसमें 11 अंडर प्रोडक्शन व 17 अंडर कंस्ट्रक्शन है। विक्रम उद्योगपुरी में राज्य का पहला मेडिकल डिवाइस पार्क 360 एकड़ क्षेत्रफल में विकसित किया जा रहा हैं। मेडिकल डिवाइस पार्क में आज तक 55 यूनिट एलोकेट की जा चुकी है और 2374 करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट अभी तक प्राप्त हुआ है। मेडिकल डिवाइस पार्क में कॉमन फैसिलिटी बायोमेडिकल लेब , मेकेनिकल बायोमटेरियल टेस्ट लैब, 3ष्ठ प्रिंटिंग इनक्यूबेशन सेंटर एंड प्रोटो टाइपिंग फेसिलिटी, प्लास्टिक प्रोसेसिंग लेब, टूल रुम,ईएमसी टेस्टिंग,इन्क्यूबेशन हब और स्किल ट्रेनिंग सेंटर का निर्माण एमपीआईडीसी के द्वारा किया जा रहा है ।
इंडस्ट्रियल पार्क मक्सी फेज-2 का निर्माण 55 हेक्टेयर में किया जा रहा है । ताजपुर इंडस्ट्रियल एरिया 82.48 हेक्टर क्षेत्रफल में डेवलप किया जा रहा है , जिसमें 22 अंडर प्रोडक्शन व 34 अंडर कंस्ट्रक्शन है । उक्त औद्योगीक क्षेत्रों से उज्जैन का कृषि के साथ-साथ औद्योगीक विकास भी तीव्र गति से होगा । इंडस्ट्रियल एरिया के निर्माण से क्षेत्र के युवाओं को रोजगार उपलब्ध होगा और आसपास के गांव एवं तहसीलों में व्यापार में वृद्धि होगी।
देश में दूसरा पेप्स्किो प्लांट देश की सबसे स्वच्छ विक्रम उद्योगपुरी में स्थापित हो रहा
बैठक पश्चात कलेक्टर श्री सिंह ने 92.74 करोड़ की लागत राशी से निर्मित और 383 व्यक्तियों को रोजगार प्रदान करने वाले इस्कान बालाजी लिमिटेड चिप्स प्लांट का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान कलेक्टर श्री सिंह ने प्लांट मेनेजमेंट से चर्चा कर उज्जैन जिले में इन्वेस्टमेंट करने पर धन्यवाद दिया। कलेक्टर श्री सिंह ने कंपनी मैनेजमेंट से उनका उज्जैन में निवेश का अनुभव जाना और उनसे उनकी सप्लाई चैन, श्रमिकों की स्किल्स, पानी ,बिजली , जेंडर रेशियों और उनके विस्तारीकरण की योजना की भी जानकारी ली।
कलेक्टर श्री सिंह ने कंपनी मैनेजमेंट को उनके कार्य के लिए मंगलकामनाएं दी और कहा कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के निर्देश अनुसार जिला प्रशासन औद्योगीकरण में आपका संपूर्ण सहयोग करेगा। इसके पश्चात कलेक्टर श्री सिंह ने पेप्सिको के निर्माणाधीन प्लांट का भ्रमण किया। कलेक्टर श्री सिंह ने पेप्सिको प्लांट की कार्य योजना और प्लांट ऑपरेशन के लिए आवश्यक इनपुट सुविधाओं के बारे में जानकारी प्लांट मैनेजमेंट से ली।
भ्रमण के दौरान पेप्सिको के प्लांट मेनेजमेंट द्वारा जानकारी दी गई कि यह पेप्सिकों का वल्र्डवाइड नौवां प्लांट है और इंडिया में दूसरा। यहां पर 30,500 मीट्रिक टन प्रति वर्ष कंसंट्रेट लिक्विड एंड सेमी लिक्विड केपेसिटी का उत्पादन होगा । प्लांट मेनेजमेंट द्वारा जानकरी दी गई की प्लांट में रूफटॉप सोलर प्लांट से ऊर्जा का इस्तेमाल किया जाएगा साथ ही एनर्जी एफिशिएंट मशीनरी का प्रयोग किया होगा । पेप्सिको द्वारा जिले में वाटर कंजर्वेशन के लिए 171 जल संरचनाओं की स्वस्छता, सौदर्यींकरण ,पौधारोपण और पुर्नउद्धार पर कार्य किया जाएगा। पेप्सिको प्लांट में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
कलेक्टर श्री सिंह ने उक्त दोनों प्लांट के मैनेजमेंट से चर्चा कर निर्देश दिए कि जेंडर रेशियों और श्रमिकों की स्किलिंग पर विशेष ध्यान दें। महिला वर्कफोर्स को ज्यादा एंगेज करे जिससे समाज में औद्योगीकरण के लिए सकारात्मक परिवर्तन आएगा। इस दौरान एसडीएम ग्रामीण कृतिका भीमावद, दुर्गेश चौहान और एमपीआईडीसी के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।