नए कलेक्टर भवन का 80 फीसदी काम पूरा, बस स्टैंड और लॉ कॉलेज अधर में

अफसरों की सुविधा पर अधिक ध्यान, जनता हो रही परेशान आम आदमी के नहीं हो रहे काम

धार, अग्निपथ। धार कहने को जिला मुख्यालय है, लेकिन विकास के मामले में यह गांवों से पिछड़ा दिखाई पड़ता है। ऐसा इसलिए कि यहां जनता से जुड़े कोई भी विकास कार्य समय पर पूरे नहीं होते।

जिसका उदाहरण इसी बात से समझ सकते है कि आमजन की सुविधा के लिए आधुनिक बस स्टैंड और पेयजल से जुड़े प्रोजेक्ट अभी पूरे नहीं हो पाए। इन पर दो से तीन साल से काम चल रहा है। यही हाल विद्यार्थियों के लिए तैयार हो रहे लॉ कॉलेज और सीएम राइज स्कूल के है।

जबकि रतलाम रोड पर नवीन कलेक्टोरेट की बिल्डिंग 18 महीने में तीन मंजिला बनकर तैयार होने की स्थिति में पहुंच गई। यहां अफसरों को बैठकर काम करना है। 18 दिसंबर 2024 को कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने इस जगह का निरीक्षण कर ठेकेदार तथा निर्माण एजेंसी पीआईयू को समय पर काम करने की हियादत दी थी। जिसका असर भी हुआ और नवीन कलेक्टोरेट बिल्डिंग 80 प्रतिशत बनकर तैयार हो चुकी है।

जनता भी कहने लगी है कि ये शहर भी आपका है साहब…थोड़ी नजर इधर भी घुमाइएं। हर सप्ताह होने वाली समीक्षा बैठक में अफसर निर्माण और विकास कार्यों की समीक्षा करते हैं। फिर क्या कारण है कि अधूरे बस स्टैंड, लॉ कॉलेज और अमृत-2.0 जैसे प्रोजेक्ट पर चर्चा नहीं होती। जिम्मेदारों का दोहरा चरित्र नजर आता है। जिसमें वह खुद की सुविधाओं पर तो ध्यान दे रह हैं, लेकिन जनता की परेशानी किसी को सरोकार नहीं लगता।

18 महीनेे में तीन मंजिला बिल्डिंग खड़ी हो गई

प्रोजेक्ट का नाम- नवीन कलेक्टोरेट भवन

  • लागत- 31.79 करोड़
  • प्रशासनिक स्वीकृति-25 अगस्त 2023

रतलाम रोड पर नए कलेक्टोरेट भवन तैयार हो रहा है। जिसमें एक ही छत के नीचे 15 से अधिक विभाग संचालित होंगे। बीते 18 महीनों में ठेकेदार ने इस कार्य को तेजी से पूरा करते हुए तीन मंजिला बिल्डिंग खड़ी कर दी। कार्य पूर्ण होने की अवधि 24 माह रखी गई है। ये निर्माण गुजरात की भूमि प्रकोान प्राइवेट कंपनी कर रही है। बाहरी स्ट्रक्चर पूर्ण हो चुका है। जिसमें प्लॉस्टर, फिनिशिंग सहित अन्य कार्य बाकी है। छह महीने से पहले इस काम को पूरा करने का दावा पीआईयू कर रहा है।

निर्माण से ज्यादा काम बंद रहने की चर्चा

प्रोजेक्ट का नाम- आधुनिक बस स्टैंड

  • लागत- 10 करोड़
  • भूमिपूजन-10 मई 2023

आधुनिक बस स्टैंड के लिए 2023 में भूमिपूजन हुआ था। दावा 12 महीने में बनकर तैयार होने का था। लेकिन निर्माण से ज्यादा चर्चा काम बंद होने की है। कभी पेमेंट तो कभी मजदूरों की कमी के कारण काम गति नहीं पकड़ पाया। जैसे-तैसे 35 प्रतिशत काम पूरा और अब तो यह एक महीने से बंद है। एक हिस्से में 18 दुकानें और मुख्य भवन की दूसरी मंजिल का काम अधूरा पड़ा है। पुराने यात्री प्रतिक्षालय को तोडऩे की परमिशन नहीं मिल पाई। कानूनी पेंच में यह मामला उलझा हुआ है। लागत बढऩे से ठेकेदार ने भी पीछे कदम खींच लिए हैं।

सिर्फ एक हिससे में  काम काम

प्रोजेक्ट का नाम-लॉ कॉलेज

  • लगात-10 करोड़
  • निर्माण की शुरुआत-2023

मांडू लिंक रोड पर तिलहन संघ की चार एकड़ जमीन पर एलएलबी छात्राओं के लिए नवीन लॉ कॉलेज बनाया जा रहा हे। डेढ़ साल पहले भूमिपूजन के बाद काम शुरु हुआ था। जमीन तल के साथ दो मंजिला भवन, क्लास रूम, टूटोरियल हाल, ई-लाइब्रेरी सहित ऑफिस और फैकल्टी रूम बनाए जाना है। लेकिन अभी तक सिर्फ एक हिससे में जमीन तल और पहली मंजिल काम काम हुआ है। इसमें बाहरी प्लॉस्टर चल रहा है।

यह प्रोजेक्ट अभी कागजों से बाहर नहीं निकल पाए

  • अमृत-2.0- शहर में पेयजल के लिए अमृत-2.0 प्रोजेक्ट बनाया गया है। इसमें 40 करोड़ की लागत से 26 किमी में पाइप लाइन और आठ पानी की टंकियों का निर्माण किया जाना है।
  • डे्रेनेज सिस्टम व ट्रीटमेंट प्लांट- शहर में गंदे पानी की निकासी और पानी के ट्रीटमेंट के लिए अंडरग्राउंड ड्रेनेज सिस्टम का प्लॉन बनाया गया है। भोपाल स्तर से स्वीकृति नहीं मिलने ये काम भी शुरु नहीं हो पाया।
  • वैटलेंट प्रोजेक्ट- देवीजी सहित तीन तालाबों के संरक्षण के लिए बना वैटलेंड प्रोजेक्ट भी कगाजों पर ही रेंग रहा है।
  • नगर वन जिला मुख्यालय पर बन रहा नगर वन भी विकास की बाट जोह रहा है। यहा तो लाइट की व्यवस्था हो पाई विभाग ने कही बार आवेदन निवेदन किया उसके बाद आज कुछ नही हुआ वही मुख्यमार्ग से नगर वन जाने का रास्ता अच्छा नही है जहां अभी तक सडक़ नही बन पाई है। जो कागज़ों में ही विकास हो रहा है।

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