चरक अस्पताल के आईसीयू में तोडफ़ोड़, पुलिसकर्मी ने नहीं किया रोकने का प्रयास

सीएमएचओ ने एसपी को कराया अवगत, डॉक्टर-नर्स जनसुनवाई में पहुंचे, 6 अज्ञात आरोपियों पर प्रकरण दर्ज

उज्जैन, अग्निपथ। सोमवार देर रात चरक भवन अस्पताल में एक बालिका के परिजनों ने हंगामा कर तोडफ़ोड़ की थी। इस दौरान एक टीआई स्तर का पुलिसकर्मी भी वहां पर मौजूद था, जिसने आरोपितों को रोकने का प्रयास नहीं किया। सीएमएचओ ने इसकी शिकायत एसपी महोदय को भी की है। वहीं उनसे एक चार का गार्ड लगाने की भी गुजारिश की गई है। एसपी ने उनको आश्वासन दिया है कि कमरा उपलब्ध कराने के बाद गार्ड उपलब्ध करवा दिये जायेंगे। वहीं तोडफ़ोड़ करने वाले 6 अज्ञात आरोपितों के खिलाफ कोतवाली थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है।

विश्व बैंक कॉलोनी की 14 वर्षीय अंजलि को मिर्गी की समस्या के कारण भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों द्वारा इलाज शुरू करने के बाद रात 11.30 बजे परिजनों ने बालिका को आईसीयू में शिफ्ट करने की मांग की। आईसीयू में शिफ्ट करने के बाद भी परिजनों ने सही इलाज न होने का आरोप लगाया। 5 से 7 युवकों ने अस्पताल में तोडफ़ोड़ शुरू कर दी।

आरोपियों ने काउंटर से सरकारी कागजात फेंके और मुख्य द्वार व आईसीयू के गेट का कांच तोड़ दिया। आईसीयू में रखे चिकित्सा उपकरणों को भी नुकसान पहुंचाया। इस दौरान एक डॉक्टर और नर्स को चोटें आईं। घटना के बाद आरोपी मरीज को लेकर पुलिस की गाड़ी में चले गए। सीएमओ डॉ. अजय दिवाकर को तत्काल सूचना दी गई। डॉ. मोहन पंडित की शिकायत पर कोतवाली थाने में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

डीजीपी को भी अवगत कराया

घटना को लेकर मध्य प्रदेश चिकित्सा अधिकारी संघ के उज्जैन जिला अध्यक्ष डॉ. अनिल भार्गव ने कहा कि डॉक्टरों ने बताया कि बालिका के इलाज के दौरान दो डॉक्टरों व अस्पताल स्टाफ के साथ अभद्रता कर तोडफ़ोड़ की है। हमारी मांग है कि अस्पताल में करीब दो हजार की संख्या रहती है। वहां पर पुलिस की व्यवस्था नाजुक है। पुलिस को बुलाते हैं तो कोई आता नहीं है। पहले एक-चार का गार्ड रहता था। रात में गनमैन डॉक्टर के साथ ड्यूटी करता था। उस समय लोगों को लगता था कि सुरक्षा है। आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए। मामले में डीजीपी से भी चर्चा कर रहे हैं।

चरक अस्पताल में सुरक्षा बढ़ाने का आश्वासन

इस दौरान युवकों के साथ टीआई स्तर का एक पुलिसकर्मी भी मौजूद था। जिसने पूरे घटना क्रम को रोकने का प्रयास नहीं किया। सीएमएचओ डॉ. अशोक पटेल ने बताया कि मंगलवार की जनसुनवाई में डॉक्टर और नर्सें भी पहुंची थीं। जिस पर उन्होंने एसपी प्रदीप शर्मा को सारी बातें बताते हुए पुलिसकर्मी की मौजूदगी का वीडियो भी दिखाया। एसपी ने उनको कार्रवाई करने और चरक अस्पताल में एक चार का गार्ड मुहैया कराने का आश्वासन दिया। उनका कहना था कि यहां पर एक कमरा गार्डस के लिये उपलब्ध करवा दिया जाय। वहीं सुबह डॉक्टरों और नर्सों ने कुछ समय के लिए काम बंद कर हड़ताल की। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच कर रही है।

इनका कहना

मैंने मामले से एसपी को भी अवगत कराया है। घटना के दौरान उपस्थित पुलिसकर्मी का वीडियो भी उनको दिखाया गया। एसपी ने पुलिसकर्मी पर कार्रवाई सहित चरक अस्पताल में एक चार गार्ड उपलब्ध करवाने का भी आश्वासन दिया है।
-डॉ. अशोक पटेल, सीएमएचओ

कोतवाली थाने में प्रकरण दर्ज कराया गया है। साथ ही डॉक्टर्स और नर्सों को आश्वस्त किया गया है कि एक चार का गार्ड अस्पताल को दिलाया जायेगा।
-डॉ. अजय दिवाकर, सिविल सर्जन उज्जैन

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