मोहन नगर में बजरंग द्वार से फल मंडी तक गुमटियां हटाने के बाद भी अतिक्रमण शेष

टैक्स बचाने के लिये सडक़ पर ही कर रहे व्यापार, नाली पर बना लिये घर

उज्जैन, अग्निपथ। मोहन नगर के बजरंग द्वार से लेकर फलमंडी तक वर्षों से गुमटी माफियाओं ने कब्जा कर रखा था। गुमटियों के नाली पर रखे होने के कारण इसकी सफाई नहीं हो पा रही थी, जिसके चलते सीवरेज का पानी नहीं निकल पा रहा था। लेकिन नगर निगम की रिमूवल गैंग द्वारा इन गुमटियों को हटाने के बाद भी नाली अतिक्रमण मुक्त नहीं हो पाई है। यहां तक कि नाली पर मकानों तक का निर्माण कर दिया गया है।

चिमनगंज मंडी के पीछे स्थित बजरंग द्वार से लेकर फलमंडी तक गुमटी माफियाओं ने कब्जा कर रखा था। जिसके चलते विगत 11 वर्षों से नाली की सफाई नहीं हो पा रही थी। फल आदि का कचरा भी नाली में डाल दिये जाने के कारण नाली में सडक़ के समानंतर भराव हो गया था। यहां पर सब्जियां सड़ रही थीं। स्थानीय रहवासियों की सूचना पर नगरनिगम की रिमूवल गैंग ने आकर गुमटियां तो हटाईं, लेकिन इनके अवशेष शेष बचे रह गये। जिनको नहीं हटाया गया है।

10 गुमटी, शोरूम और गैरेज नहीं हटाये

अटल द्वार के सामने स्थित 10 गुमटी, शोरूम और गैरेज नगरनिगम की रिमूवल गैंग द्वारा नहीं हटाये गये हैं। मंडी के गोदाम में ही दुकान शोरूम बना दिये गये हैं। जोकि मंडी एक्ट के खिलाफ हैं। बड़े व्यापारी भी बिना मंडी टैक्स चुकाये यहां से ट्रकों में माल भरकर निकल जाते हैं। सडक़ पर व्यापार चलने के कारण दुर्घटना होने और विवाद होते रहते हैं।

प्रभावशाली के कहने पर नाले का मुंह मोड़ा

यहां पर नगरनिगम ने मंडी के पीछे नाला बनाया था। इस नाले का मुंह प्रभावशाली व्यक्ति के कहने पर मोड़ दिया गया। नालों पर मकान और दुकान तान दिये गये। नगरनिगम ने पूर्व में इनको नोटिस जारी किये थे। लेकिन राजनैतिक हस्तक्षेप के कारण मामला ठंडे बस्ते में चला गया। गुमटियां हटाने के बाद लबालब नाले की सफाई कराई गई। लेकिन नालों के उपर निर्माण होने के कारण सफाई पूरी तरह से नहीं हो पाई है। मोहन नगर के लोगों ने भी नालों के उपर निर्माण कर दिया है। यहां के रहवासियों ने इनको हटाने के मांग की है।

प्रमुख सचिव ने बाउंड्रीवॉल निर्माण के आदेश दिये थे

प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन विभाग ने सन 1991 में नगरनिगम को बाउंड्रीवॉल बनाने के आदेश दिये थे। जिस पर उपसंचालक/मंडी सचिव ने आदेश निकालते हुए 22/7/डी- 23/7/24 कहा कि बाउंड्रीवॉल का निर्माण किया जाय। लेकिन फिलहाल नगरनिगम ने अभी तक काम शुरु नहीं किया है। जिसके चलते अतिक्रमणकर्ताओं के हौंसले बुलंद हैं।

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