दो आरोपित पुलिस गिरफ्त में आए, सिविल सर्जन ने एसपी से की बात
उज्जैन, अग्निपथ। सोमवार की रात आरोपियों ने चरक अस्पताल में हंगामा कर डॉक्टरों और कर्मचारियों के साथ मारपीट की थी। जब तक एक चार के गार्ड की व्यवस्था नहीं हो जाती तब तक के लिये अलग से बाउंसर लगाए गए हैं। छह आरोपितों में से कोतवाली पुलिस ने 2 की गिरफ्तारी की है।
सोमवार की रात चरक अस्पताल में डॉ. मोहन पंडित और डॉ. जगदीप, नर्स सपना, भावना, रामचंदर, तुषार, पवन, रोहित, सुरेश, हेमंत ड्यूटी पर थे। उस समय अतिरिक्त विश्व बैंक निवासी 14 वर्षीय लडक़ी को परिजन तबीयत बिगडऩे पर अस्पताल लेकर आए। भर्ती करने के दौरान लडक़ी के साथ आए लोगों ने डॉक्टरों तथा स्टाफ के लोगों के साथ विवाद कर मारपीट शुरू कर दी।
आरोपियों ने दो डॉक्टरों सहित आधा दर्जन से ज्यादा स्टाफ के लोगों के साथ मारपीट की तथा आईसीयू वार्ड के काँच फोड़े तथा वहाँ लगे कम्प्यूटर सिस्टम को भी तोड़ा डाला था। काफी देर तक आरोपियों ने अस्पताल में उपद्रव मचाया और भाग निकले थे। सूचना के बाद पुलिस पहुंच गई थी और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कोतवाली पुलिस ने अतिरिक्त विश्व बैंक निवासी दीपसिंह और शिवपाल को हिरासत में ले लिया है।
एक चार गार्ड के लिये रूम चाहिये
सीएमएचओ डॉ. अशोक पटेल और सिविल सर्जन डॉ. अजय दिवाकर ने एसपी से मिलकर पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग थी। जिसपर एसपी ने उनको एक चार गार्ड के लिये कमरा मुहैया कराने को कहा था। सोमवार को हुई घटना के बाद अस्पताल प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी शुरू कर दी है।
सिविल सर्जन डॉ. अजय दिवाकर ने बताया कि बुधवार की सुबह से 10 बाउंसरों को अस्पताल की सुरक्षा के लिए लगा दिया गया है और इनकी ड्यूटी रोटेशन के आधार पर लगाई जाएगी। आने वाले दिनों में और भी इस तरह के सुरक्षाकर्मियों की नियुक्ति की जाएगी।