कारण पता नहीं चला, आखिर क्यों 19 वर्षीय छात्र ने उठाया आत्मघाती कदम
उज्जैन, अग्निपथ। विक्रम विश्वविद्यालय के माधव साइंस कॉलेज में अध्ययनरत सुसनेर के रहने वाले छात्र ने अज्ञात कारणों के चलते गणेशपुरा स्थित किराए के रूम में शुक्रवार शाम फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्मघाती कदम उठाने से पहले उसने अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर बाय बाय लिखा। शव के समीप एक कागज का टुकड़ा मिला है जिस पर उसके परिजनों के नाम और मोबाइल नंबर लिखे मिले है। इसके अलावा उसने कागज पर लिखा कि याद रखना भूल मत जाना। पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
पुलिस ने बताया सुसनेर का रहने वाला छात्र विजय पिता बजरंग सिंह उम्र 19 साल माधव साइंस कॉलेज में पढ़ता था। वह मक्सी रोड स्थित गणेश पुरा में चौधरी जी के मकान में रूम लेकर दो अन्य साथियों ओमप्रकाश और मनीष पवार के साथ रहता था। दोनों साथी महिदपुर के रहने वाले हैं। वे दोनों मंगलवार से अपने गांव गए हुए थे।
गुरुवार शाम 4 बजे ही मनीष वापस उज्जैन आया और रूम पर विजय से बातचीत कर अपनी कोचिंग चला गया, विजय भी कोचिंग जाता था लेकिन उसने जाने से मना कर दिया। रात 8 बजे जब मनीष कोचिंग से लौटकर वापस आया तो उसने देखा कि विजय फांसी के फंदे पर लटका हुआ है। साथी को फंदे पर लटका देख वह घबरा गया और शोर मचा दिया।
आवाज सुनकर मकान मालिक और पड़ोसी आ गए। उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस पहुंची और तफ्तीश शुरू की। विजय के परिजनों को घटना की जानकारी दी। विजय को फंदे से उतारकर अस्पताल पहुंचाया। यहां डॉक्टर ने मृत्यु की पुष्टि की। पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
विजय का एक बड़ा भाई और बहन है। पिता खेती करते है।विजय ने आखिर आत्मघाती कदम क्यों उठाया इसके बारे में किसी को जानकारी नहीं। पुलिस द्वारा मामले में जांच की जा रही है।
खर्च के लिए करता था जॉब
छात्र के परिजनों ने बताया कि मुकेश 12 वीं कक्षा के बाद आगे की पढ़ाई के लिए उज्जैन आ गया था। वह माधव साइंस कॉलेज में अध्ययनरत था। अपने खर्च स्वयं वहन करने के लिए वह माधवनगर अस्पताल में कंप्यूटर ऑपरेटर की जॉब करता था, ताकि माता पिता से खर्च के लिए रुपए मांगने ना पड़े। तीन दिन पहले उसने अपने घर बात की थी जब सामान्य व्यवहार था। उसकी बातों से कभी ऐसा नहीं लगा कि वह आत्महत्या कर सकता है।