तडक़े 4 बजे काबू पाने पहुंची 5 फायर ब्रिगेड
उज्जैन, अग्निपथ। रविवार को पौ फटने से पहले नईसडक़ बिजली कार्यालय के समीप भीषण आगजनी हो गई। इलेक्ट्रिक उपकरणों की तीन दुकानों से उठती लपटें और धुएं ने व्यापारियों की नींद उड़ा दी। तडक़े 4 बजे हुई आगजनी पर 2 घंटे में काबू पाया गया। इस बीच 30 लाख का नुकसान हो चुका था।
नईसडक़ इलेक्ट्रिक और इलेक्ट्रानिक दुकानों का बाजार है। रविवार तडक़े 4 बजे के लगभग यहां बनी देवी इलेक्ट्रिक, मधुर इलेक्ट्रिक और हरीश इलेक्ट्रिक की तीन दुकानों में आग लग गई। क्षेत्र में धुआं फैलता देख कुछ लोगों ने पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। दमकलकर्मी मौके पर पहुंचते तब तक लपटें काफी फैल चुकी थी। तीनों दुकानों में रखे इलेक्ट्रिक उपकरण भीषण आग पकड़ चुके थे।
फायर फायटरों ने आग पर काबू पाना शुरू किया और करीब 2 घंटे में तीनों दुकानों की आग बुझा ली गई। जिसमें 5 फायर फायटर पानी लग गया। आग पर काबू पाने में देरी होती तो आसपास की कुछ दुकानें और जल जाती। आगजनी की खबर लगते ही व्यापारियों की नींद उड़ गई थी। जिन दुकानों में आग लगी थी उनके संचालक परिवार के साथ मौके पर पहुंच गये थे।
लाखों का नुकसान
मधुर इलेक्ट्रिक के संचालक अशोक आहूजा ने बताया कि आग लगने से उन्हें 5 लाख का नुकसान हुआ है। वहीं देवी इलेक्ट्रिक के राजेश भावसार का कहना था कि उनकी दुकान में करीब 25 लाख का सामान भरा था, जो आग में पूरी तरह जल चुका है। उनका पूरा व्यवसाय खत्म हो चुका है।
तीसरी इलेक्ट्रिक दुकान के संचालक हरीश ने भी लाखों का नुकसान होने की बात कहीं है। तीनों दुकान के संचालकों ने खाराकुआं थाने पहुंचकर मामले में आवेदन देकर पुलिस से जांच की बात कहीं है।
शार्ट सर्किट बताई जा रही वजह
आगजनी की वजह एक दुकान में शार्ट सर्किट होना बताया जा रहा है। वहीं आशंका यह भी जताई गई है कि आग लगाई गई है। दुकानें काफी पुरानी होकर लकड़ी से बनी हुई थी। पूर्व भी इस मार्ग पर आगजनी हो चुकी है। इलेक्ट्रिक की दुकानों पर अग्निशमन यंत्र भी नजर नहीं आते हैं। तीनों दुकानों में आग तडक़े लगी जिसके चलते जनहानि नहीं हुई अन्यथा दिन का समय होता तो बड़ी घटना हो जाती। नई सडक़ काफी व्यस्तम मार्ग है।