एजेंट ने खाता खुलवाने के नाम पर जमा कराये थे स्वयं के खाते में
उज्जैन, अग्निपथ। डेयरी फर्म पर लाखों का लोन दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने के मामले में रविवार को पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है। धोखाधड़ी करने वाला पहले से जेल में बंद है। जिसे प्रोटेक्शन वारंट पर पूछताछ के लिये थाने लाया जाएगा।
नागझिरी थाने के एसआई सलीम खान ने बताया कि छोटा सराफा शांतिनाथ की गली में रहने वाले गिरीश पिता सत्यनारायण चौहान को बडऩगर तहसील के ग्राम खरसोदखुर्द में रहने वाले विकास पिता राजेश जैन ने डेयरी फर्म खोलने के नाम पर 28 लाख रुपये का लोन दिलाने की बात कही थी। दोनों एक दूसरे से परिचित थे।
विकास जैन खरसोदखुर्द स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा में लोन एजेंट का काम करता था। मई 2019 में विकास ने देवासरोड मारुति शोरुम के पीछे सांईबाग में रहने वाले अपने परिचित हर्षवर्धन के घर बैठकर गिरीश से कहा कि तुम्हारा खाता खुलने में समय लगेगा। तुम ग्यारंटी के रूप में 7 लाख 10 हजार रुपये मेरे खाते में जमा कर दो। बैंक में काम होते ही मैं ग्यारंटी की राशि तुम्हारे खाते में जाम करा दूंगा।
गिरीश बातों में आ गया और राशि उसके खाते में जमा कर दी। कुछ माह बाद लोन पास नहीं हुआ तो उसने पैसे वापस मांग। विकास उसे टालने लगा। गिरीश को पैसा वापस नहीं मिला तो उसने मामले की शिकायत आवेदन देकर की। जांच के बाद धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया गया है। एसआई के अनुसार आरोपी को कुछ समय पहले माधवनगर पुलिस ने भी धोखाधड़ी के मामले में गि तार किया था। वर्तमान में आरोपी जेल में बंद है। जिसे पूछताछ के लिये प्रोटेक्शन वारंट पर लाया जाएगा।