शैव महोत्सव के आकर्षक बैग और साहित्य ई-रिक्शा से ठिकाने लगाए

स्टोर शाखा द्वारा की गई कार्रवाई से महाकाल मंदिर के अधिकारी भी अनजान

उज्जैन, (पं. प्रबोध पाण्डेय)। श्री महाकालेश्वर मंदिर के माल को प्रभारियों द्वारा बाले-बाले ठिकाने लगाया जा रहा है। पहले भी यहां से माल की अफरा-तफरी हो चुकी है। लेकिन अधिकारी मामला संज्ञान में आने के बाद भी खामोशी अख्तियार किए हुए थे। अब फिर से सन-2018 में आयोजित शैव महोत्सव के आकर्षक बैग्स और इससे जुड़ा साहित्य सोमवार को ई-रिक्शा में लादकर न जाने कहां भिजवा दिया। इसकी जानकारी मंदिर के अधिकारियों को भी नहीं है।
उज्जैन में द्वादश ज्योतिर्लिंग सम्मेलन शैव महोत्सव के रूप में 5 से 7 जनवरी २०१८ में महाकाल मंदिर में आयोजित किया गया था। यह आयोजन भारत सरकार एवं मध्यप्रदेश सरकार के संस्कृति विभाग द्वारा श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुआ। शैव महोत्सव में सभी मंदिरों के अधिदैविक, अधिभैतिक एवं आध्यात्मिक महात्मय, पूजन एवं परम्पराओं पर चर्चा की गई थी। इस दौरान विभिन्न सत्रों में कर्मकाण्ड, वेद-वेदांग, सामाजिक समरसता आदि विषयों पर संगोष्ठी आयोजित कर मंथन किया गया था। महोत्सव में भारत के वैदिक विद्वानों को वैदिक अलंकरण सम्मान से भी नवाजा गया था।
प्रसिद्ध मंदिरों के प्रतिनिधि भी हुए थे सम्मिलित
महोत्सव में धर्म, दर्शन, कर्मकाण्ड, प्रबन्धन, पूजा-पद्धति, उपासना, परम्परा आदि का आदान-प्रदान भी किया गया। बारह ज्योतिर्लिंग के सम्मेलन में शैव के अतिरिक्त अन्य मंदिरों श्री वैष्णव देवी, पद्मनाभ मंदिर, द्वारका, पुरी आदि के पुजारी एवं प्रबंधन अधिकारियों के अतिरिक्त आध्यात्मिक एवं सामाजिक संगठन के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया गया था। मंदिर प्रबन्ध समिति द्वारा सभी मंदिरों की अनादिकाल से चली आ रही पूजा-पद्धति, उत्सवों, परम्पराओं का संग्रह कर एक पुस्तक का प्रकाशन भी किया गया था।
ई-रिक्शा में लोड कर किया रवाना
जानकारी के अनुसार सोमवार को शैव महोत्सव के जूट से बने आकर्षक बैग्स और मंदिरों की पूजा पद्धति, उत्सवों, परंपराओं की संग्रहित पुस्तकों को स्टोर शाखा द्वारा ई-रिक्शा में लादकर भेज दिया गया। पहले भी मंदिर से वाटर कूलर, बड़ी संख्या में मैटिन लादकर इसको होमगार्ड कार्यालय भेज दिया गया था। जिसकी जानकारी किसी को भी नहीं थी। इसको लेकर मीडिया में समाचार भी प्रकाशित हुए थे। लेकिन अधिकारियों ने इसके बावजूद कोई कार्रवाई स्टोर शाखा पर नहीं की थी। मामले की जानकारी के लिए स्टोर शाखा प्रभारी अभिषेक उपाध्याय से संपर्क किया गया, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया।

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