उज्जैन, अग्निपथ: महिदपुर के ग्राम ईसनखेड़ी में एक बेहद दुखद घटना सामने आई है, जहाँ माँ की डांट से नाराज़ होकर 17 वर्षीय एक किशोर ने ज़हर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। परिवार पर अचानक टूटे इस दुख के पहाड़ ने सभी को स्तब्ध कर दिया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मृतक की पहचान नागेश्वर पिता नाहर सिंह हाड़ा (17 वर्ष) के रूप में हुई है। मंगलवार दोपहर नागेश्वर ने जहरीला पदार्थ खा लिया, जिसके बाद अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
“कुएँ में कूद जाऊँगा” कहकर निकला था घर से
नागेश्वर के पिता नाहर सिंह हाड़ा ने बताया कि नागेश्वर दो साल पहले 9वीं कक्षा में फेल होने के बाद पढ़ाई छोड़ चुका था और तब से घर पर ही रहता था। मंगलवार को उसकी माँ संतोषबाई ने उसे किसी बात पर डांटा था। इससे नाराज़ होकर नागेश्वर गुस्से में घर से निकल गया। घर के बाहर बैठी अपनी दादी सज्जन बाई से उसने कहा, “कुएँ में कूद जाऊँगा।”
उल्टियाँ होने पर बताया कि ज़हर खा लिया
नागेश्वर के घर से निकलते ही उसके पिता उसे समझाने और वापस घर लाने के लिए उसके पीछे गए। उन्होंने नागेश्वर को जंगल में खेत के पास बैठा हुआ पाया। जब पिता उसे वापस लाने लगे, तो नागेश्वर को उल्टियाँ होने लगीं और उसके मुँह से झाग निकलने लगा। पूछने पर उसने बताया कि उसने ज़हर खा लिया है।
अस्पताल में तोड़ा दम, परिवार सदमे में
परिजन तुरंत शाम 5 बजे नागेश्वर को अस्पताल लेकर पहुँचे, जहाँ उसका इलाज शुरू किया गया। लेकिन ज़हर का असर इतना गहरा था कि रात 10 बजे नागेश्वर ने दम तोड़ दिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अस्पताल पहुँची और शव को अपने कब्ज़े में लेकर मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवाया। बुधवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। इस दुखद घटना ने ईसनखेड़ी गाँव में शोक की लहर फैला दी है।