उज्जैन, अग्निपथ। मध्य प्रदेश के गृह विभाग ने गुरुवार को चार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकों (ASP) का तबादला किया है। इनमें उज्जैन, दमोह और भोपाल में पदस्थ अधिकारी शामिल हैं, जिन्हें नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।
बदले गए ASP अधिकारी
- पल्लवी शुक्ला को उज्जैन ASP से स्थानांतरित कर जबलपुर ASP नियुक्त किया गया है।
- संदीप मिश्रा, जो अब तक दमोह में ASP थे, उन्हें पुलिस मुख्यालय भोपाल में AIG बनाया गया है।
- संजय सिंह पंवार, जो भोपाल में 16वीं वाहिनी SAF के ASP थे, उन्हें अब अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त, यातायात (जोन 1-2), भोपाल का जिम्मा सौंपा गया है।
- इसी तरह, विक्रम सिंह रघुवंशी को भोपाल में अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त यातायात (जोन 1-2) से AIG पीटीआरआई, पीएचक्यू भोपाल में स्थानांतरित किया गया है।
गृह विभाग ने सभी अधिकारियों को जल्द से जल्द अपनी नई जिम्मेदारी संभालने के निर्देश दिए हैं।
प्रमोशन के नए नियम लागू, फिर भी GAD ने दी कार्यवाहक पदस्थापना
एक तरफ सरकार ने हाल ही में लोक सेवा पदोन्नति नियम 2024 लागू किए हैं और सभी विभागों को 15 जुलाई तक इन्हीं नियमों के तहत पदोन्नति आदेश जारी करने के निर्देश दिए हैं। लेकिन दूसरी तरफ, इन्हीं नियमों को लागू कराने वाले सामान्य प्रशासन विभाग (GAD) ने खुद पांच तहसीलदारों को प्रभारी डिप्टी कलेक्टर बना दिया है।
ये पदस्थापनाएं पुराने सिस्टम के तहत कार्यवाहक पदोन्नति के आधार पर की गई हैं। जबकि GAD खुद कह चुका है कि अब सभी पदोन्नतियां नई व्यवस्था के मुताबिक ही की जाएंगी। गौर करने वाली बात यह है कि पुलिस विभाग ने GAD के नए नियमों के बाद कार्यवाहक पदोन्नति की प्रक्रिया रोक दी है, लेकिन GAD ने खुद ही पुराने नियमों के आधार पर ये पदस्थापनाएं कर दीं।
पांच तहसीलदार बने प्रभारी डिप्टी कलेक्टर
- अल्का एफा: बैतूल की तहसीलदार थीं, अब पांढुर्ना में प्रभारी डिप्टी कलेक्टर बनीं।
- आलोक वर्मा: आगर मालवा में तहसीलदार थे, अब शाजापुर में प्रभारी डिप्टी कलेक्टर बनाए गए।
- अनिल कुमार तलैये: पहले छतरपुर के तहसीलदार थे, अब पन्ना में प्रभारी डिप्टी कलेक्टर की जिम्मेदारी दी गई।
- बालकृष्ण मिश्रा: कटनी में तहसीलदार थे, अब सतना के प्रभारी डिप्टी कलेक्टर बनाए गए।
- अनिल राघव: ग्वालियर के तहसीलदार थे, अब वहीं प्रभारी डिप्टी कलेक्टर की भूमिका संभालेंगे।
यह विरोधाभासी स्थिति सवाल उठाती है कि जब सरकार नए पदोन्नति नियमों को सख्ती से लागू करने की बात कर रही है, तो खुद GAD पुराने तरीकों से कार्यवाहक पदस्थापनाएं क्यों कर रहा है।