उज्जैन में धोखाधड़ी का मामला दर्ज
उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन के प्रवासा थाना क्षेत्र के ताजपुर गांव में धोखाधड़ी का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक पोते ने अपनी 90 वर्षीय दादी की 8 बीघा कृषि भूमि फर्जीवाड़ा कर अपने नाम करवा ली। पुलिस ने पोते के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।
क्या है पूरा मामला
टी.आई. जी.एस. मंडलोई ने बताया कि 90 वर्षीय नानुबाई पति नानूराम के पास 8 बीघा कृषि भूमि है। यह जमीन उनके पति के नाम पर थी और उनकी मृत्यु के बाद नानुबाई के अधिकार में आ गई थी। वृद्धा के पुत्र और आरोपी पोते के पिता की मृत्यु हो चुकी है, इसलिए जमीन और बैंक खातों की देखभाल पोता पवन राठौर ही करता था।
पवन ने 26 मार्च 2024 से लेकर 29 अप्रैल 2024 के बीच दादी के स्वामित्व वाली जमीन को “आवंटन और बंटवारे” के नाम पर धोखे से अपने नाम करवा लिया। इस धोखाधड़ी का खुलासा तब हुआ जब रजिस्ट्री निकलवाई गई। नानुबाई को जब इस धोखाधड़ी के बारे में पता चला तो उन्होंने अपने पोते पवन से बात की। इस पर पवन ने कहा कि अब उनकी 8 बीघा जमीन उसके नाम पर हो गई है। जब नानुबाई ने पूछा कि ऐसा कैसे हो सकता है, तो उसने रजिस्ट्री और दस्तावेज भी दिखा दिए, जिसमें 8 बीघा जमीन उसके नाम पर दर्ज होने की बात सामने आई। वृद्धा ने जब उसे समझाने की कोशिश की तो वह धमकी देने लगा।
इस पर दादी नानुबाई थाने पहुंचीं और पोते पवन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की गंभीरता और युवक की जालसाजी के प्रमाण मिलने के बाद उस पर धोखाधड़ी की धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया है। आरोपी की तलाश की जा रही है।
उज्जैन में मकान निर्माण के दौरान मजदूर और मिस्त्री को लगा करंट, अस्पताल में भर्ती
उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन के महाकाल थाना क्षेत्र स्थित जयसिंहपुरा में लालपुल के समीप मकान निर्माण कार्य के दौरान एक मजदूर और मिस्त्री करंट की चपेट में आ गए। अन्य मजदूरों ने उन्हें तुरंत करंट से दूर किया और अस्पताल पहुंचाया, जहां दोनों का इलाज चल रहा है।
कैसे हुआ हादसा
मिली जानकारी के अनुसार, ठेकेदार संतोष मेवाड़ा ने मकान निर्माण का ठेका लिया है। ठेकेदार मिस्त्री धन्नालाल और कैलाश से काम करवा रहा है। बुधवार सुबह काम के दौरान मजदूर कैलाश बिजली का बोर्ड हटा रहा था, तभी खुले तार से चिपक गया। उसे बचाने के लिए धन्नालाल पहुंचा तो उसे भी करंट लग गया। दोनों ही करंट से चिपक गए थे। अन्य मजदूरों ने बिजली के तार को अलग किया और उन्हें तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचे।