बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जिला प्रशासन को अब सख्त होना पड़ेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बुधवार को मुख्यमंत्रियों के साथ मीटिंग में कहा है कि कोरोना पर अंकुश के लिए दवाई के साथ-साथ कड़ाई की भी आवश्यकता है। भय का माहौल बनाए बिना सख्ती बरतना जरूरी है।
प्रधानमंत्री के इस संदेश का पालन अब जिला प्रशासन को भी करना जरूरी है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने गुरुवार शाम मीटिंग में तय किया है कि महाराष्ट्र आने-जाने वाली यात्री बसों पर अब प्रतिबंध लगा दिया गया है। उज्जैन में भी महाराष्ट्र-गुजरात की ओर से रोजाना कई वाहन और यात्री बसें आती हैं। चूंकि बसों पर तो प्रतिबंध हो गया है, लेकिन निजी वाहनों पर नहीं है। इस कारण स्थानीय प्रशासन को महाकाल मंदिर की दर्शन व्यवस्था पर गाइड लाइन बनाकर बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को रोकना होगा। तभी शहर में कोरोना के नए संक्रमितों की संख्या में काफी कमी आएगी।
पिछली बार भी कोरोना संक्रमण महाराष्ट्र के कारण पूरे देश में फैला था। इस बार भी ऐसा ही हो रहा है। साथ ही महाराष्ट्र की ओर से आ रही ट्रेनों के वक्त भी रेलवे स्टेशनों पर चैकिंग-ट्रेकिंग की व्यवस्था करना जरूरी है।