रतलाम, अग्निपथ। मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के सैलाना में मोहर्रम के जुलूस के दौरान हुई एक घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद तनाव का माहौल बन गया है। इस वीडियो में एक युवक अपने मुँह में पेट्रोल भरकर एक धार्मिक बैनर की ओर आग फेंकता हुआ दिखाई दे रहा है। इस भगवा बैनर पर बड़े अक्षरों में “हिंदू राष्ट्र” लिखा हुआ है, और आग के कारण बैनर आंशिक रूप से जल गया। इस घटना ने हिंदू समाज और अन्य धार्मिक-सामाजिक संगठनों में भारी आक्रोश पैदा कर दिया है, जिन्होंने इसे जानबूझकर की गई हरकत और भगवा ध्वज का अपमान बताया है।
घटना का विवरण और आक्रोश
यह घटना रविवार रात मस्जिद चौराहे की है। वीडियो सोमवार सुबह वायरल हुआ, जिसके बाद विभिन्न हिंदूवादी संगठनों ने अपना विरोध दर्ज कराते हुए बाजार बंद रखा। इन संगठनों ने आरोप लगाया कि घटना के समय बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे, लेकिन किसी ने भी युवक को ऐसा करने से नहीं रोका। उन्होंने आरोपी के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत सख्त कार्रवाई की मांग की है। रतलाम पुलिस फिलहाल वीडियो की सत्यता की पुष्टि कर रही है और एहतियातन इलाके में बल तैनात किया गया है।
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारियां
पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में शाहजाद पिता सलीम मेवाती (निवासी कालिका माता रोड, सैलाना), बबलू शाह (निवासी कब्रिस्तान रोड, सैलाना), भग्गू पिता मुज्जा खान पठान (निवासी कालिका माता रोड, सैलाना), और अज्जू शाह पिता रमजानी शाह (निवासी मस्जिद चौराहा, सैलाना) शामिल हैं। जानकारी के अनुसार, आरोपियों को मेडिकल के लिए पुलिस थाने से पैदल ही अस्पताल ले जाया गया, क्योंकि वे चलने की हालत में नहीं थे।
हनुमान चालीसा का पाठ और प्रदर्शन का अंत
घटना से गुस्साए लोगों ने मस्जिद चौराहे पर सड़क पर बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ किया। मौके पर एसडीओपी सैलाना नीलम बघेल, रतलाम ग्रामीण एसडीओपी किशोर पाटनवाला और थाना प्रभारी सुरेश गडरिया मौजूद रहे। एएसपी राकेश खाखा ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि चार लोगों और आयोजनकर्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस आश्वासन के बाद ही प्रदर्शन समाप्त किया गया।
क्षेत्र में शांति और व्यवस्था का आह्वान
यह घटना रतलाम में सांप्रदायिक सद्भाव के लिए एक चुनौती बनकर उभरी है। पुलिस और प्रशासन दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने और किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील कर रहे हैं। स्थानीय नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी लोगों से संयम बरतने और कानून को अपने हाथ में न लेने का आग्रह किया है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि आने वाले दिनों में प्रशासन इस मामले को कैसे संभालता है और क्षेत्र में शांति व्यवस्था कैसे बहाल की जाती है। इस घटना ने एक बार फिर धार्मिक प्रतीकों के सम्मान और सामाजिक सौहार्द बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
अन्य संबंधित घटनाएं
यह रतलाम में धार्मिक तनाव की पहली घटना नहीं है। कुछ समय पहले रतलाम में एक और घटना सामने आई थी जहाँ एक हिंदू नेता को मुस्लिम मोहल्ले में तिलक लगाने पर कथित तौर पर धमकाया और पीटा गया था। इसके अलावा, उज्जैन में भी मोहर्रम के जुलूस के दौरान तय रूट से हटने को लेकर विवाद और पुलिस का लाठीचार्ज देखा गया है, जिसमें 16 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। ये घटनाएं दर्शाती हैं कि धार्मिक आयोजनों के दौरान शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी पड़ रही है।
रतलाम में वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है, लेकिन प्रशासन लगातार निगरानी बनाए हुए है ताकि किसी भी तरह की नई अशांति को रोका जा सके।
