उज्जैन, अग्निपथ। श्रावण मास के पावन अवसर पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रेलवे ने भोपाल-उज्जैन के बीच एक विशेष ट्रेन 10 जुलाई से शुरू कर दी है। यह पहल उन लाखों भक्तों के लिए एक बड़ी राहत है जो इस पवित्र महीने में भगवान महाकालेश्वर के दर्शन के लिए उज्जैन आते हैं।
ट्रेन का शेड्यूल और रूट
यह विशेष ट्रेन भोपाल से रोजाना रात 12:15 बजे रवाना होगी और अगले दिन सुबह 6:20 बजे उज्जैन पहुंचेगी। वापसी में, उज्जैन से रात 9 बजे रवाना होकर यह रात 1:05 बजे भोपाल रेलवे स्टेशन पहुंचेगी।
यह ट्रेन संत हिरदाराम नगर, सीहोर, कालापीपल, शुजालपुर, अकोदिया, कालीसिंध, बेरछा, मक्सी और तराना जैसे स्टेशनों पर भी रुकेगी। इससे भोपाल, सीहोर, शाजापुर और उज्जैन के यात्रियों को सीधे तौर पर लाभ मिलेगा, क्योंकि श्रावण के चलते लाखों श्रद्धालुओं को इस ट्रेन का फायदा मिलेगा।
रेलवे के अनुसार, यह ट्रेन पूरी तरह से अनारक्षित है और इसमें मेल/एक्सप्रेस ट्रेन के अनुसार सामान्य श्रेणी का किराया लगेगा। कोच कंपोजिशन के अनुसार, गाड़ी में 7 सामान्य श्रेणी और 2 एसएलआरडी (सेकेंड क्लास लगेज कम डिसेबल्ड) सहित कुल 9 कोच रहेंगे।
भोपाल-उज्जैन के बीच स्पेशल ट्रेन विस्तृत समय-सारणी
गाड़ी संख्या 09311 उज्जैन-भोपाल स्पेशल (10 जुलाई से 18 अगस्त तक): यह ट्रेन उज्जैन से प्रतिदिन रात 9:00 बजे चलेगी और तराना रोड पर रात 9:30 बजे पहुंचेगी। इसके बाद इसका शेड्यूल इस प्रकार रहेगा:
- मक्सी: रात 9:45 बजे
- बेरछा: रात 10:02 बजे
- कालीसिंध: रात 10:15 बजे
- अकोदिया: रात 10:35 बजे
- शुजालपुर: रात 10:58 बजे
- कालापीपल: रात 11:05 बजे
- सीहोर: रात 11:35 बजे
- संत हिरदाराम नगर: रात 12:30 बजे
- भोपाल रेलवे स्टेशन: रात 1:05 बजे (अगले दिन)
गाड़ी संख्या 09312 भोपाल-उज्जैन पैसेंजर (11 जुलाई से 1 सितंबर तक): यह ट्रेन भोपाल से प्रतिदिन रात 12:15 बजे चलेगी। इसके बाद इसका शेड्यूल इस प्रकार रहेगा:
- संत हिरदाराम नगर: रात 12:38 बजे
- सीहोर: रात 1:10 बजे
- कालापीपल: रात 1:40 बजे
- शुजालपुर: सुबह 2:20 बजे
- अकोदिया: सुबह 2:50 बजे
- कालीसिंध: सुबह 3:10 बजे
- बेरछा: सुबह 3:25 बजे
- मक्सी: सुबह 3:55 बजे
- तराना रोड: सुबह 4:20 बजे
- उज्जैन: सुबह 4:30 बजे
प्रत्येक स्टेशन पर ट्रेन 2-2 मिनट के लिए रुकेगी।
यह विशेष ट्रेन श्रावण माह के दौरान उज्जैन आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक आरामदायक और किफायती यात्रा विकल्प प्रदान करेगी, जिससे उन्हें भगवान महाकाल के दर्शन करने में सुविधा होगी। क्या आप इस श्रावण में उज्जैन आने की योजना बना रहे हैं?