उज्जैन, अग्निपथ. महाकाल थाना क्षेत्र स्थित कार्तिक मेले के समीप कालिदास उद्यान में 45 वर्षीय कबाड़ी की निर्मम हत्या के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए, मात्र पांच घंटे में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने चौंकाने वाला खुलासा किया है कि उन्होंने केवल दो-तीन हजार रुपये उधार लेने के लिए कबाड़ी की हत्या कर दी। पुलिस हत्या के कारणों की गहन जांच के लिए आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
टी.आई. गगन बादल ने बताया कि गुरुवार सुबह करीब 8 बजे पुलिस को सूचना मिली कि कालिदास उद्यान में एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई है और उसका शव बगीचे में पड़ा है। सूचना मिलते ही तत्काल पुलिस और फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम मौके पर पहुंची। घटनास्थल पर शव पड़ा मिला, जिसमें सिर पर पत्थर मारकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया था।
भाई ने की शव की पहचान

घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जमा हो गई थी। इसी दौरान मुकेश पुत्र चिमनलाल वहां पहुंचा और शव की शिनाख्त की। मुकेश ने बताया कि मृतक का नाम राजा पुत्र चिमनलाल (उम्र 45 साल) निवासी मदीना नगर, जूना सोमवारीया है। मृतक राजा मुकेश का भाई था। पुलिस ने मुकेश के बयान दर्ज किए, जिसमें उसने बताया कि मृतक राजा सहित वे तीन भाई हैं और सभी मदीना नगर स्थित एक ही मकान में रहते हैं। राजा कबाड़ी का काम करता था। उसके तीन बच्चे हैं, जिनमें एक बेटी स्वाति और दो बेटे नवीन और पीयूष हैं।
’10 मिनट में आने का बोलकर गए थे’
मुकेश ने बताया कि तीनों भाइयों के परिवार तीन मंजिला एक ही मकान में रहते हैं। सुबह राजा के बेटे नवीन ने चाचा मुकेश को बताया कि उसके पिता राजा रात को 10 मिनट का बोलकर गए थे, जो अभी तक नहीं आए। इसके बाद मुकेश अपने भाई राजा की तलाश में घर से निकला ही था कि रास्ते में एक परिचित ने बताया कि राजा का शव कालिदास उद्यान में पड़ा है। मुकेश तत्काल घटनास्थल पर पहुंचा, जहां पहले से पुलिस आ गई थी। पुलिस को उसने राजा की संपूर्ण जानकारी दी।
बगीचे के चौकीदार को धमकाकर भगाया
टी.आई. बादल ने बताया कि हत्या के मामले में गहनता से जांच की गई तो पता चला कि बगीचे का चौकीदार रात के समय वहां मौजूद था। उसके सामने तीन लोग गार्डन में आए थे, जो आपस में किसी बात को लेकर विवाद कर रहे थे। चौकीदार ने उन्हें समझाने की कोशिश की तो दो लोगों ने उसे चाकू दिखाकर धमकाया और भगा दिया। सुबह जब वह आया तो उसे तीसरे व्यक्ति का शव जमीन पर पड़ा दिखा। उसने घबराकर आसपास के लोगों को बताया, इसके बाद पुलिस तक सूचना पहुंची।
दोस्तों ने ही ली जान!
टी.आई. गगन बादल ने बताया कि पुलिस ने घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया। फॉरेंसिक एक्सपर्ट की मदद ली और अन्य वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्रित किए। जांच में पता चला कि राजा बुधवार शाम अपने दोस्त अमन और अज़ीमुद्दीन के साथ था। तीनों कालिदास उद्यान पहुंचे थे। यहां अमन ने राजा से दो-तीन हजार रुपये उधार मांगे थे। रुपये उधार देने से राजा ने मना कर दिया। इसी बात पर दोनों उससे विवाद करने लगे। विवाद बढ़ने पर दोनों ने पहले उसके सिर में गमले से हमला किया, जिससे वह नीचे गिर गया तो उसके सिर पर बड़ा सा पत्थर उठाकर प्रहार किया, जिससे राजा की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
शराब नहीं पीता था मृतक, जुआ-सट्टा खेलता था
मृतक के भाई मुकेश ने बताया कि उसका भाई राजा शराब नहीं पीता था। हालांकि, वह जुआ-सट्टा खेलता था। उसके दोस्त शराब पीते थे और संभवतः वे जुआ-सट्टा या शराब के लिए ही राजा से उधार पैसे मांग रहे होंगे।
जूना सोमवारीया और जानसापुरा के हैं कबाड़ी की निर्मम हत्या के आरोपी
टी.आई. गगन बादल ने बताया कि दोनों आरोपी जूना सोमवारीया और जानसापुरा के रहने वाले हैं। पहला आरोपी अमन पुत्र अल्ताफ हुसैन (उम्र 22 वर्ष) निवासी जूना सोमवारीया और दूसरा आरोपी अज़ीमुद्दीन पुत्र अब्दुल अज़ीज़ (उम्र 19 वर्ष) निवासी जानसापुरा है। दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में उन्होंने जुर्म कबूल किया है। पुलिस ने हत्या की धाराओं में प्रकरण दर्ज कर मामला जांच में लिया है।