परिवारों पर टूटा दुखों का पहाड़
उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन में सड़क हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। पिछले दिनों दो अलग-अलग घटनाओं में 2 युवकों की दर्दनाक मौत हो गई, जिससे उनके परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। ये घटनाएं यातायात सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं और प्रशासन से इस दिशा में ठोस कदम उठाने की मांग करती हैं।
ई-रिक्शा चालक को अज्ञात वाहन ने कुचला, एक घंटे तड़पता रहा सड़क पर
नरवर थाना क्षेत्र स्थित देवास रोड पर दताना के समीप एक हृदय विदारक घटना सामने आई। नरवर निवासी ई-रिक्शा चालक राहुल पिता ओंकार बोरलिया (निहालपुरा, उज्जैन में किराए से रहता था) भैरव पूजन के लिए अपने गांव जा रहा था, तभी एक अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दी। यह हादसा इतना भीषण था कि राहुल की मौके पर ही गंभीर चोटें आईं। हादसे के बाद वाहन चालक तो फरार हो गया, लेकिन राहुल एक घंटे तक सड़क पर घायल पड़ा रहा।
ग्रामीणों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी, और कुछ लोग उसे अस्पताल ले जाने की कोशिश करने लगे। तभी किसी ने एंबुलेंस को फोन किया, लेकिन एंबुलेंस को पहुंचने में लगभग एक घंटा लग गया। जब एंबुलेंस राहुल को सिविल अस्पताल ले गई, तो वहां से उसे निजी अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
एक परिवार की रोजी-रोटी का सहारा छिना
मृतक राहुल का भाई अनिल ने बताया कि नरवर में काम धंधा ठीक न होने के कारण राहुल परिवार के पालन-पोषण के लिए उज्जैन आकर ई-रिक्शा चलाता था। वह किराए के मकान में रहता था। राहुल की पत्नी एक पैर से दिव्यांग हैं, और उनके तीन छोटे बच्चे हैं – एक बड़ी बेटी और दो बेटे।
राहुल की मौत से यह परिवार बेसहारा हो गया है, क्योंकि वह ही घर का एकमात्र कमाने वाला सदस्य था। इस घटना ने एक बार फिर से कमजोर वर्ग के परिवारों की त्रासदी को उजागर किया है, जो प्रतिदिन के संघर्ष में अपनी जान जोखिम में डालकर जीवन यापन करते हैं।
ट्रैवल एजेंट को ट्रैक्टर-ट्रॉली ने मारी टक्कर, मौके पर ही मौत
चिमनगंज मंडी थाना क्षेत्र में एक और दुखद सड़क दुर्घटना में एक ट्रैवल एजेंट की जान चली गई। गुरुवार शाम को ग्राम देवनखेड़ी के पास कानीपुरा रोड पर एक बाइक सवार ट्रैवल एजेंट रॉबिन पिता ईश्वरलाल कलथिया (30) को एक ट्रैक्टर-ट्रॉली ने टक्कर मार दी। रॉबिन मूल रूप से कोलुखेड़ी, देवास का रहने वाला था, लेकिन पिछले 10 वर्षों से उज्जैन में रहकर अपनी ट्रैवल एजेंसी चला रहा था।
घटना उस समय हुई जब रॉबिन किसी काम से तराना जाकर वापस लौट रहा था। शाम लगभग 6 बजे, कानीपुरा रोड स्थित ग्राम देवनखेड़ी में ट्रैक्टर-ट्रॉली से हुए हादसे के बाद घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। सूचना मिलते ही एंबुलेंस मौके पर पहुंची और गंभीर रूप से घायल रॉबिन को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाया और बाद में परिजनों को सौंप दिया। इस मामले में भी पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
2 युवकों की दर्दनाक मौत : सड़क सुरक्षा पर गंभीर चिंतन की आवश्यकता
ये दोनों घटनाएं उज्जैन जिले में सड़क सुरक्षा की लचर स्थिति को दर्शाती हैं। अज्ञात वाहनों द्वारा टक्कर मारकर भागने की प्रवृत्ति, एंबुलेंस के पहुंचने में देरी और ग्रामीण सड़कों पर भारी वाहनों की अनियंत्रित गति, ये सभी कारक हादसों की संख्या बढ़ा रहे हैं।
प्रशासन और संबंधित विभागों को इन घटनाओं से सबक लेते हुए सड़क सुरक्षा नियमों को कड़ाई से लागू करने, यातायात जागरूकता अभियान चलाने, ब्लैक स्पॉट की पहचान कर सुधारने और आपातकालीन सेवाओं की प्रतिक्रिया समय को बेहतर बनाने की दिशा में तत्काल कदम उठाने होंगे। ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं को रोका जा सके और नागरिकों के जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।