उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन नगर निगम में शुक्रवार को उस वक्त हंगामा खड़ा हो गया, जब स्वायत्तशासी कर्मचारी संघ ने कार्यपालन यंत्री (सिंहस्थ प्रकोष्ठ) साहिल मैदावाला के खिलाफ जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया। कर्मचारी संघ उनकी तत्काल बर्खास्तगी (सस्पेंशन) की मांग कर रहा है। आरोप है कि साहिल मैदावाला ने शिल्पज्ञ विभाग के एक बाबू के साथ अभद्रता और गाली-गलौज की, और जब दूसरे कर्मचारी ने बीच-बचाव की कोशिश की, तो उसे भी अपमानित किया गया।
कर्मचारी नेता रामचंद्र कोरट ने बताया कि इस संबंध में आयुक्त को एक ज्ञापन सौंपा गया है। पीड़ित बाबू शैलू धंधोरिया ने अपनी शिकायत में विस्तार से बताया है कि 10 जुलाई 2025 को उन्हें सुधीर भारती द्वारा कार्यपालन यंत्री साहिल मैदावाला को एक विस्थापन योजना फाइल तुरंत देने का निर्देश मिला था। जब शैलू फाइल लेकर सिंहस्थ प्रकोष्ठ शाखा में पहुंचे और साहिल मैदावाला के बारे में पूछा, तो साहिल मैदावाला तुरंत वहां आ गए।
शैलू ने जैसे ही फाइल साहिल मैदावाला को दिखाई, उन्होंने “मेरे सामने आने की तेरी हिम्मत कैसे हुई? बदतमीज आदमी, तुझे अधिकारी की रिस्पेक्ट करना नहीं आता। बाहर निकल कक्ष से, आइंदा दिखना नहीं। तेरी हिम्मत कैसे हुई, मेरे सामने फाइल दिखाने की?” कहते हुए गाली-गलौज शुरू कर दी। शैलू ने बताया कि वह चुपचाप उनकी बातें सुनते रहे, लेकिन साहिल मैदावाला लगातार अपशब्दों का प्रयोग करते रहे और मां-बहन की गालियां भी बकते रहे। इस अपमान से शैलू बेहद हताश होकर कक्ष से बाहर निकल आए।
“जाओ थाने में जाकर मेरी शिकायत कर दो…” इस घटनाक्रम की जानकारी जब फाइल भिजवाने वाले सुधीर भारती को मिली, और उन्होंने साहिल मैदावाला से बात करनी चाही, तो उनके साथ भी अभद्रता की गई। मैदावाला ने उनसे कहा, “क्या तुम इसके वकील हो? हां, मैंने गाली बकी है… जाके आयुक्त से शिकायत कर दो, थाने में शिकायत कर दो… मेरा कोई क्या बिगाड़ लेगा।” इसके बाद उन्होंने फिर से गाली-गलौज की और सुधीर भारती को कक्ष से बाहर जाने को कहा।
कर्मचारी संघ का कहना है कि यह व्यवहार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और साहिल मैदावाला के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। इस घटना ने नगर निगम परिसर में कर्मचारियों के सम्मान और सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। देखना होगा कि इस मामले में आयुक्त क्या कदम उठाते हैं।