3 हजार से अधिक भक्त हुए शामिल!
खरगोन, अग्निपथ. पवित्र श्रावण मास के उपलक्ष्य में रविवार को खरगोन नगरी भगवान शिव के जयकारों से गूँज उठी। सनातन धर्म की अखंडता और पर्यावरण संरक्षण के महती उद्देश्य को लेकर खरगोन में 84 शिव दर्शन यात्रा में उमड़े श्रद्धालु में 3 हजार से अधिक शिव भक्त, महिलाएँ, पुरुष और बच्चे पूरे उत्साह के साथ शामिल हुए।
सुबह 6 बजे कुंदा नदी तट स्थित श्री बड़घाटेश्वर महादेव मंदिर में विधि-विधान से पूजन-अर्चन के साथ यात्रा का शुभारंभ हुआ। प्रेरणास्त्रोत पंडित जगदीश ठक्कर और समिति अध्यक्ष इंजी. नितिन मालवीय ने भगवान शिव की पूजा-अर्चना कर ध्वज लेकर यात्रा को हरी झंडी दिखाई। कृतिका नक्षत्र में प्रारंभ हुई इस यात्रा को लेकर पंडित जगदीश ठक्कर ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार कृतिका नक्षत्र में सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं, जिससे भक्तों में और भी उत्साह देखा गया।
भक्ति और आस्था का सैलाब
यात्रा में शामिल श्रद्धालु ‘हर-हर महादेव’, ‘भोले शंभू’, ‘भोलेनाथ’ के जयकारों के साथ खरगोन के विभिन्न मार्गों से गुजरे। जहाँ-जहाँ से यात्रा निकली, शिवालयों में पहुँचकर भक्तों ने महादेव जी पर पुष्प, बेलपत्र, चावल और जल अर्पित कर शीश नवाया। यात्रा मार्ग पर जगह-जगह विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा स्वागत एवं सेवा मंच लगाए गए थे, जहाँ शिव भक्तों का भव्य स्वागत-सत्कार किया गया। ढोल-ताशे और साउंड सिस्टम पर झूमते हुए शिव भक्त पूरे रास्ते भक्ति और उल्लास में डूबे रहे।
समिति सचिव लोकेश गोले ने बताया कि चौरासी महादेव की यह एक लंबी यात्रा है, जो सुबह 6 बजे प्रारंभ होकर दिनभर चलती है और रात्रि में समाप्त होती है। करीब 22-25 किलोमीटर लंबी यह यात्रा खरगोन के विभिन्न मंदिरों में दर्शन करने के पश्चात रात्रि में भावसार मोहल्ला स्थित श्री सिद्धनाथ महादेव मंदिर पहुँची, जहाँ इसका समापन हुआ।
84 शिव दर्शन यात्रा का महत्व और भव्यता
प्रेरणास्त्रोत पंडित जगदीश ठक्कर ने यात्रा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पुराणों के अनुसार, जो व्यक्ति श्रावण मास के किसी एक दिन में 84 शिवलिंगों के दर्शन करता है, उसे बारह ज्योतिर्लिंग, चार धाम और गंगा स्नान के बराबर का पुण्य मिलता है। यही कारण है कि खरगोन में पिछले 14 वर्षों से यह यात्रा निकाली जा रही है। समिति सह सचिव प्रशांत चौहान ने बताया कि जैसे-जैसे यात्रा का वर्ष बढ़ रहा है, वैसे ही इसमें शामिल होने वाले शिव भक्तों की संख्या भी निरंतर बढ़ती जा रही है। यात्रा संयोजक दिलीप सोनी ने जानकारी दी कि इसमें खरगोन सहित जिले के विभिन्न गाँवों और आसपास के जिलों से भी शिव भक्त शामिल हुए।
40 से अधिक स्वागत स्टॉल, भरपूर सेवा
समिति अध्यक्ष इंजी. नितिन मालवीय ने बताया कि यात्रा के दौरान विभिन्न संगठनों द्वारा 40 से अधिक सेवा स्टॉल लगाए गए थे। इन स्टॉलों पर साबुदाना खिचड़ी, भजिए, आलू बड़ा, जलेबी, चावल खिचड़ी, मोरधान, फलाहारी मिक्सचर, चिवड़ा, नमकीन छाछ, ठंडाई, फल, मसाला ककड़ी, रसना, पोहा आदि के माध्यम से शिवभक्तों का आत्मीय स्वागत-सत्कार किया गया। यात्रा के समापन पर भावसार मोहल्ला स्थित भावसार मंगल भवन में सभी शिव भक्तों के लिए भोजन प्रसादी की भी व्यवस्था की गई थी।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन एवं यातायात विभाग ने पुख्ता प्रबंध किए थे। यात्रा मार्ग पर पुलिस प्रशासन मुस्तैदी के साथ तैनात रहा, जिससे यात्रा निर्बाध रूप से संपन्न हुई।
इस भव्य आयोजन में मुख्य रूप से अध्यक्ष इंजी. नितिन मालवीय, यात्रा संयोजक दिलीप सोनी, उपाध्यक्ष हरीश पाल व किशोर रघुवंशी, सचिव लोकेश गोले, व्यवस्थापक कैलाश महाजन व राजू भावसार, सहसचिव प्रशांत चौहान, कोषाध्यक्ष हर्ष ठक्कर व संतोष गुप्ता, महिला प्रभारी बरखा रघुवंशी, पुजारी हरीश गोस्वामी, सदस्यों में प्रतीक गुप्ता, देवा गोस्वामी, राघवेंद्र आचार्य, प्रभात परमार्थी, राजेश परमार्थी, प्रकाश चौरे, पुष्पेंद्र राठौर, जयंत ठक्कर, साधना पाल, रुद्र ठक्कर सहित बड़ी संख्या में शिव भक्त शामिल हुए।