महामारी की दूसरी लहर पर मुख्यमंत्री महाकाल की शरण में
उज्जैन, अग्निपथ। मंगलवार की रात 8.30 बजे प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और उनकी धर्मपत्नी साधनासिंह प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना से बचाव की प्रार्थना को लेकर महाकालेश्वर मंदिर पहुंची। उन्होंने इस बार होली अपने घर मनाने की लोगों से अपील की है। करीब पौन घंटा मंदिर में रहे मुख्यमंत्री ने केवल कोरोना को लेकर महाकाल सहित मंदिर प्रांगण के अन्य मंदिरों में बचाव की प्रार्थना की।
चांदी द्वार से प्रवेश करने से पूर्व मुख्यमंत्री सभामंडप में स्थित भगवान वीरभद्र के दर्शन को पहुंचे। यहां पर उन्होंने स्पष्ट रूप से बाबा से प्रार्थना करते हुए कहा कि देश प्रदेश से कोरोना संक्रमण का खात्मा हो। इसके बाद वह बाबा महाकाल के गर्भगृह की दहलीज पर पहुंचे। उनकी पूजा पुजारी प्रदीप गुरू और यश गुरू ने संपन्न कराई। पूजा के दौरान मुख्यमंत्री ने सपत्नीक भगवान महाकाल की आरती की। इसके बाद वह नंदी बाबा के पास पहुंचे और उन्होंने उनके कान में कोरोना से बचाव की प्रार्थना की। पश्चात भद्रकाली मंदिर, सिद्धिविनायक मंदिर और साक्षी गोपाल मंदिर में उन्होंने जाकर मत्था टेका।
अपनी होली-अपने घर मनाओ
मीडिया से रूबरू होते हुए उन्होने कहा कि इस बार अपनी होली अपने घर मनाई जाएगी। सभी लोगों से प्रार्थना है कि वह इस बार अपने घर में ही होली का त्योहार मनाएं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। पिछले दिनों मैंने भोपाल में मास्क वितरित किए थे। आज भोपाल में 11 बजे और इंदौर में शाम 7 बजे करोना मिटाने का संकल्प दिलाया। उन्होंने कहा कि मैंने भगवान महाकाल महाराज से प्रार्थना की है । हमारे यहां से कोरोना का खात्मा हो। तुलसीदास ने कहा था कि कर्म ही प्रधान है। इसलिए हमको भी मास्क आदि लगाकर अपना कर्म करना होगा। हमें उत्सव आदि से दूर रहकर मास्क का पालन करना होगा। नब्बे प्रतिशत कोरोना से बचाव मास्क से होता है। यह समय नहीं है कि हम होली मनाएं। लाकडाउन की स्थिति हम नहीं चाहते। मैं एक साल बाद आया हूं।
चांदी गेट पर नेताओं को रोका
मुख्यमंत्री के साथ पूर्व सांसद चिंतामणि मालवीय और अन्य भाजपा नेताओं ने भी चांदी गेट से अंदर जाने की कोशिश की लेकिन वहां पर कलेक्टर आशीषसिंह ने खड़े होकर उनको अंदर जाने से रोका। काफी देर तक प्रयास करने के बाद नेतागण वहां से अलग हटकर सभामंडप में खड़े हो गए।
सेल्फी लेकर मास्क लगाने का संदेश दिया
मुख्यमंत्री ने ओंकारेश्वर मंदिर के सामने खड़े होकर सेल्फी ली और कहा कि मैं इसके माध्यम से मास्क लगाने का संदेश देना चाहता हूं। पत्नी साधनासिंह ने भी सेल्फी लेकर मास्क लगाने का संदेश दिया। इसके बाद उन्होंने पत्रकारों के साथ फोटो खिंचवाए।