उज्जैन में चोरों का आतंक: बैंककर्मी सहित 4 घरों और एक दुकान में लाखों की चोरी

Tala toda

उज्जैन, अग्निपथ. उज्जैन में चोरों ने एक बार फिर आतंक मचाया है। बीती रात नीलगंगा थाना क्षेत्र में बैंककर्मी सहित चार घरों और सिंधी कॉलोनी स्थित एक दुकान में चोरी की बड़ी वारदातें हुई हैं। बदमाश यहाँ से हजारों रुपये का सामान और नकदी चुराकर ले गए। इन लगातार हो रही चोरियों से आमजन में दहशत का माहौल है, और पुलिस अब आरोपियों की तलाश में जुट गई है।

बैंककर्मी का घर बना निशाना

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, नीलगंगा थाना क्षेत्र की तिरूपति प्लेटिनम कॉलोनी में चोरों ने बैंक ऑफ इंडिया, रतलाम के मैनेजर देवेंद्र चौहान के घर को निशाना बनाया। बदमाश उनके घर से सोने-चाँदी के जेवरात और 20 हजार रुपये नकद चुरा ले गए। चोरी हुए आभूषणों में सोने के दो हार, तीन अंगूठी, एक चेन पेंडल सहित, नाक की नथ और एक जोड़ी कान के टॉप्स शामिल हैं। चाँदी के जेवरात में कंदोरा, चार जोड़ी पायल और 17 चाँदी के सिक्के भी चोरों के हाथ लगे हैं।

इसी तिरुपति प्लेटिनम कॉलोनी में तीन अन्य मकानों के ताले भी टूटे पाए गए और उनमें भी चोरी हुई है। चूंकि इन मकानों के मालिक बाहर थे, इसलिए चोरी गए सामान की सटीक जानकारी अभी सामने नहीं आ पाई है। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज मिले हैं, जिनमें रात करीब ढाई बजे दो बदमाश बाइक से आते दिख रहे हैं। पुलिस इन्हीं फुटेज के आधार पर चोरों की पहचान करने का प्रयास कर रही है।

सिंधी कॉलोनी में कॉस्मेटिक दुकान में सेंध

इसी रात, सिंधी कॉलोनी में भी चोरी की वारदात हुई। बदमाशों ने एक कॉस्मेटिक की दुकान का ताला तोड़कर अंदर प्रवेश किया और गल्ले में रखे 70 हजार रुपये नकद सहित कॉस्मेटिक्स का सामान चोरी कर लिया। इस मामले में भी पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चोरों की तलाश कर रही है। एक ही रात में इतनी सारी चोरियों ने पुलिस की गश्त व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

कालभैरव क्षेत्र में भीलवाड़ा के युवक की संदिग्ध मौत

उज्जैन, अग्निपथ. भैरवगढ़ थाना क्षेत्र स्थित कालभैरव मंदिर के आसपास घूमने वाले भीलवाड़ा निवासी एक युवक की शनिवार शाम अचानक तबियत बिगड़ने के बाद मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मार्ग कायम कर पोस्टमार्टम करवाया है।

मिली जानकारी के अनुसार, मृतक की पहचान कैलाश पिता किशनलाल जाट के रूप में हुई है, जो मूल रूप से राजस्थान के भीलवाड़ा का रहने वाला था। पाँच साल पहले राजस्थान में ही उसकी शादी हुई थी और शादी के दो साल बाद एक बच्चा भी हुआ था। इसी बीच कैलाश हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गया और करंट से झुलसने के बाद उसका एक हाथ काटना पड़ा था।

गरीबी और शराबखोरी ने ली जान

इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद कैलाश का काम-धंधा बंद हो गया और उसे कोई नया काम भी नहीं मिल रहा था। इसी के चलते उसने अपनी पत्नी को उसके मायके छोड़ दिया और खुद काम की तलाश में उज्जैन आ गया। यहाँ कालभैरव क्षेत्र में वह सिर्फ इतना कमा पाता था कि उसकी शराब और खाने का खर्च चल जाए। बताया जाता है कि वह फुटपाथ पर ही सोता था और भीख भी माँगता था। अत्यधिक शराब पीने के कारण वह लगातार बीमार रहने लगा था।

गढ़कालिका क्षेत्र में रहने वाले ड्राइवर विक्रम सिंह से उसकी पहचान हो गई थी और वह अक्सर विक्रम सिंह के पास जाकर बैठता था। विक्रम सिंह ने बताया कि कुछ दिनों से कैलाश बीमार था। उन्होंने उसकी मदद करते हुए उसे भीलवाड़ा भेजने के लिए खर्च भी दिया, लेकिन वह भीलवाड़ा नहीं गया। शुक्रवार को उसकी तबियत ज्यादा खराब होने पर विक्रम सिंह ने उसके परिजनों को फोन कर बुलवाया और उसे अस्पताल में भर्ती करवा दिया। रविवार शाम को अचानक उसकी तबियत ज्यादा बिगड़ी और उसकी मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया।