गुणवत्तापूर्ण शिक्षा परियोजना नागदा का गौरव
नागदा, अग्निपथ। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा परियोजना नागदा के अंतर्गत संचालित बेरछा विद्यालय ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। विद्यालय को नवाचार एवं समग्र छात्र विकास में उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रतिष्ठित आईएसओ प्रमाणपत्र प्रदान किया गया है। यह गौरवपूर्ण क्षण न केवल विद्यालय बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए प्रेरणा का स्रोत है। विशेष उल्लेखनीय है कि बेरछा विद्यालय जि़ले का पहला ग्रामीण विद्यालय है, जिसने क्वालिटी मैनेजमेंट के मानकों पर खरा उतरते हुए यह प्रमाणन प्राप्त किया है।
विद्यालय परिवार की भूमिका भी इस सफलता में सर्वोपरि रही। प्राचार्य जितेन्द्र रणावत ने अपने दूरदृष्टिपूर्ण नेतृत्व और निरंतर मार्गदर्शन से विद्यालय को नई दिशा दी। उनके नेतृत्व में शिक्षकगण – भारत लाल दाबी, अनिल जायसवाल तथा अन्य सभी शिक्षकों ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने, प्रशिक्षणों में सक्रिय भागीदारी करने और नवाचारी शिक्षण पद्धतियों को अपनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी मेहनत और समर्पण से विद्यालय के परिणामों में उल्लेखनीय सुधार देखने को मिला है।
इस उपलब्धि के पीछे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा परियोजना के अंतर्गत एड एट एक्शन और ग्रासिम जन सेवा ट्रस्ट का सतत सहयोग रहा है। नियमित सामुदायिक बैठकों से विद्यार्थियों की उपस्थिति में वृद्धि हुई, विद्यालय में 2 स्मार्ट क्लास स्थापित किए गए, 2 परियोजना शिक्षकों की नियुक्ति एवं निरंतर प्रशिक्षण से शिक्षण प्रक्रिया को और अधिक आकर्षक व प्रभावी बनाया गया। साथ ही विद्यालय का नवीनीकरण एवं रंगरोगन किया गया, जिससे छात्रों के लिए एक बेहतर और उत्साहजनक वातावरण तैयार हुआ।
इसके साथ ही पंचायत सरपंच कौशल्या और पूरी पंचायत का सहयोग भी अत्यंत महत्वपूर्ण रहा। पंचायत की सक्रिय भागीदारी से विद्यालय में नया विज्ञान प्रयोगशाला स्थापित हुआ, साथ ही सीसीटीवी कैमरे, पंखे और अन्य आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराई गईं। पंचायत और समुदाय की इस मजबूत साझेदारी ने विद्यालय को एक आदर्श शैक्षणिक केंद्र के रूप में स्थापित करने का मार्ग प्रशस्त किया है।
यह प्रमाणन केवल एक विद्यालय की उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह पूरे क्षेत्र के लिए गर्व और प्रेरणा का प्रतीक है। यह सफलता इस बात का प्रमाण है कि जब समुदाय, पंचायत, संस्थाएँ और विद्यालय परिवार एक साथ मिलकर कार्य करते हैं तो शिक्षा के क्षेत्र में असंभव भी संभव हो जाता है।
