आगर मालवा, अग्निपथ। आगर मालवा जिले में आपातकालीन सेवाओं को आधुनिक और तेज बनाने के लिए डॉयल 112 सेवा की शुरुआत की गई है। कलेक्टर राघवेंद्र सिंह और पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने मंगलवार को थाना कोतवाली परिसर से सात डॉयल 112 वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह नई सेवा अब पुलिस, स्वास्थ्य, अग्निशमन और अन्य आपात स्थितियों में एक ही नंबर पर सहायता प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री मोहन यादव द्वारा 14 अगस्त को भोपाल में इस डॉयल 112 सेवा का शुभारंभ किया गया था, जिसे अब पूरे प्रदेश में लागू किया जा रहा है। यह डॉयल 100 का ही उन्नत रूप है, जो अधिक संवेदनशीलता और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करेगा। आगर मालवा कलेक्टर राघवेंद्र सिंह ने इसे आमजन की सुरक्षा के लिए एक बड़ा कदम बताया, जिससे महिला सुरक्षा, सडक़ दुर्घटना या आपदा प्रबंधन जैसी स्थितियों में तुरंत मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह पहल आमजन के प्रति शासन की जिम्मेदारी का उत्कृष्ट उदाहरण है।
पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने बताया कि इन वाहनों में अत्याधुनिक उपकरण लगे हैं और ये अपने निर्धारित स्थानों पर हमेशा तैनात रहेंगे। उनका मुख्य उद्देश्य सूचना मिलते ही तुरंत मौके पर पहुंचकर घायलों को अस्पताल पहुंचाना और अन्य विभागों के साथ समन्वय स्थापित करना है। उन्होंने कहा कि डॉयल 112 सिर्फ एक नंबर नहीं, बल्कि नागरिकों की सुरक्षा और विश्वास का प्रतीक है।
इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रविंद्र कुमार बोयट, अनुविभागीय पुलिस अधिकारी मोतीलाल कुशवाहा, उपपुलिस अधीक्षक रघुनाथ खातरकर, रक्षित निरीक्षक सपना परमार, और थाना प्रभारी शशि उपाध्याय सहित अनेक पुलिस अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
डॉयल 112 में होंगी ये सुविधाएं:
- एकीकृत आपातकालीन सेवाएं
- पुलिस,
- स्वास्थ्य सेवा
- अग्निशमन
- आपदा प्रबंधन
- महिला हेल्पलाइन
- साइबर क्राइम
- बाल संरक्षण जैसी सुविधाएं एक साथ मिलेंगी।
- त्वरित प्रतिक्रिया: उन्नत कॉल सेंटर प्रणाली के कारण मात्र 16 मिनट में घटनास्थल पर सहायता पहुँच जाएगी।
- गोपनीयता: शिकायतकर्ता की गोपनीयता बनाए रखने के लिए नंबर मास्किंग प्रणाली का उपयोग किया जाएगा।
- आधुनिक तकनीक: पारदर्शिता और जवाबदेही के लिए वाहनों में डैशबोर्ड और बॉडी वॉर्न कैमरे लगाए गए हैं।
