पंजीकरण सहित अन्य मुद्दों पर समिति की बैठक में चर्चा
नलखेड़ा, अग्निपथ। नलखेड़ा स्थित विश्व प्रसिद्ध मां बगलामुखी मंदिर में बुधवार को प्रबंध समिति की बैठक हुई। इसमें अपंजीकृत पंडितों के आवेदन और आगामी नवरात्रि पर्व की तैयारियों पर चर्चा की गई। इसी दौरान कुछ फैसलों के विरोध में पंडितों ने हवन बंद करके हड़ताल शुरू कर दी, हालांकि बाद में अधिकारियों की समझाइश के बाद हड़ताल समाप्त हो गई।
मां बगलामुखी मंदिर प्रबंध समिति की बैठक अनुविभागीय अधिकारी सर्वेश यादव की अध्यक्षता में हुई। इसमें एसडीओपी देवनारायण यादव, तहसीलदार प्रियंक श्रीवास्तव और थाना प्रभारी नागेश यादव सहित अन्य सदस्य मौजूद थे। बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई, जिनमें शामिल हैं:
- अपंजीकृत पंडितों की नियुक्ति पर विचार।
- पंजीकृत पंडितों से हर 6 महीने में 2 हजार100 रुपए का शुल्क लेना।
- बगलामुखी मंदिर यज्ञशाला का शुल्क कम करना।
- पंजीकृत पंडितों के लिए चरित्र सत्यापन प्रमाणपत्र अनिवार्य करना।
- 65 वर्ष से अधिक उम्र के पंडितों को कार्य से विश्राम देना।
- पंडितों द्वारा बनाई गई निजी यज्ञशालाओं पर रोक लगाना।
- एक ही परिवार के कई सदस्यों के बजाय सिर्फ एक सदस्य को पंजीकृत करना।
नवरात्रि की तैयारियां
बैठक में आने वाली नवरात्रि के लिए भी चर्चा की गई। मंदिर में पार्किंग व्यवस्था और दर्शन व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए योजनाएं बनाई गईं। इस दौरान भाजपा जिला मंत्री मुकेश लोढ़ा, नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि विजय सोनी और प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजेश कश्यप सहित कई लोग मौजूद थे।
पंडितों ने हवन-पूजन किया बंद, समझाइश के बाद माने

बगलामुखी मंदिर प्रबंध समिति के कुछ फैसलों, जैसे संस्कृत में 12वीं पास होने की शर्त और एक परिवार से एक ही व्यक्ति का पंजीकरण के विरोध में कुछ पंडितों ने हवन-पूजन बंद कर अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल शुरू कर दी।शाम को लगभग 5 बजे, अनुविभागीय अधिकारी सर्वेश यादव और तहसीलदार प्रियंक श्रीवास्तव ने पंडितों से बात की और उन्हें समझाया। इसके बाद पंडितों ने अपनी हड़ताल समाप्त कर दी और हवन-पूजन का कार्य फिर से शुरू किया।
