उज्जैन पुलिस अधीक्षक ने कहा-120 जिंदगियां बचाकर जन-जन की सुरक्षा का मंत्र किया साकार
उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन की शिप्रा नदी के रामघाट सहित अन्य घाटों पर देश-विदेश से श्रद्धालु स्नान करने पहुंचते हैं। इस दौरान कई भक्त नदी के गहरे पानी में चले जाते हैं। घाट पर तैनात एसडीआरएफ की टीम डूब रहे लोगों को बचाने का कार्य करती है।
लोगों की जिंदगी बचाने वाले ऐसे ही 5 जवानों को उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा ने सम्मानित किया है। इन जवानों ने बीते एक वर्ष में 120 डूबती हुईं जिंदगियां बचाई है। पुलिस अधीक्षक ने पांचों के लिए जीवन रक्षा पदक के लिए प्रस्ताव भेजने की अनुशंसा भी की है। यह पहली बार है जब जिला स्तर पर जवानों के साहसिक कार्य को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि जन-जन की सुरक्षा, हमारी प्राथमिकता के मंत्र को साकार करते हुए उज्जैन पुलिस ने आज एक ऐतिहासिक पहल की। पुलिस कंट्रोल रूम पर होमगार्ड की एसडीआरएफ टीम के 5 जवानों को सम्मानित किया, इन्होंने पिछले एक वर्ष में डूबते हुए 120 लोगों की जान बचाई है।
इन जवानों को किया सम्मानित
- विजेंद्र सिंह (35)
- धर्मेंद् (26)
- विजयपाल सिंह (19)
- देवेंद्र झाल (15) शुभम रायकवार (25)
- लोगों की जान बचाई।
(नोटः कोष्ठक में दी संख्या संबधित पुलिसकर्मी द्वारा बचाए गए लोगों की है।)
एसपी प्रदीप शर्मा ने कहा
इन जवानों ने अपनी जान की परवाह किए बिना समाज की रक्षा की है। यह कार्य केवल कर्तव्य नहीं बल्कि मानवीय संवेदना और साहस का प्रेरणादायी उदाहरण है। इन पांचों जवानों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया और उनके नाम जीवन रक्षा पदक के लिए शासन को प्रस्तावित किए हैं।
