आज रात तक डेम के गेट खोले जाने की संभावना बन रही
उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन में इस वर्ष बारिश कम होने के कारण पेजयजल संकट पैदा हो गया था। गंभीर डेम के केवल केचमेंट एरिये में ही पानी शेष बचा था जोकि 100 एफसीएफटी के करीब था। पेयजल सप्लाई के लिए नर्मदा का पानी गंभीर डेम में छोड़ा गया। जनप्रतिनिधियों ने भगवान बिल्केश्वर से गंभीर डेम जाकर काफी मनुहार की।
महाकालेश्वर मंदिर में भी पर्यजन्य अनुष्ठान का आयोजन कर इंद्र देव को मनाने की कोशिश जारी रही। आखिरकार भगवान से की गई प्रार्थना काम आई और उज्जैन और इंदौर में अच्छी बारिश हुई। जिसके चलते डेम में चार दिन से पानी बढऩा शुरू हो चुका है।
शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात 12 बजे इंदौर के यशवंत सागर डेम का एक गेट सायरन बजाते हुए खोला गया। इससे गंभीर डेम की ओर पानी का प्रवाह बढ़ गया है। जलकार्य समिति प्रभारी प्रकाश शर्मा ने बताया कि शनिवार शाम 8 बजे तक डेम का लेवल 1410 एमसीएफटी पर पहुंच गया था।
शुक्रवार शाम यह 785 एमसीएफटी था। हर घंटे 10 सेंटीमीटर पानी बढ़ रहा है। इस हिसाब से तो आज रात में ही गंभीर डेम में डेम खोले जाने की संभावना बन रही है। ज्ञात रहे कि शहर में रोज जल प्रदाय करने पर करीब 8 एमसीएफटी पानी खर्च होता है। गंभीर डेम की कुल क्षमता 2250 एमसीएफटी है। फिलहाल डेम का लेवल 481.10 मीटर है। 483.45 मीटर लेवल होने पर गंभीर डेम के गेट खोल दिये जायेंगे।
400 एफसीएफटी पर बंद कर दिया था नर्मदा का पानी
जलकार्य समिति प्रभारी प्रकाश शर्मा का कहना है कि चार दिन पहले से अच्छी बारिश का दौर को देखते हुए नर्मदा का नलजल योजना से लिया जा रहा पानी बंद करवा दिया गया था। उस समय गंभीर में 400 एफसीएफटी पानी संग्रहित था। उन्होंने भगवान महाकाल और बिल्केश्वर महादेव को धन्यवाद ज्ञापित किया है।
