धार, अग्निपथ। कम बारिश के बावजूद, किसानों के लिए एक राहत की खबर आई है। धार जिले में माही मुख्य बांध का जलस्तर 450.75 मीटर पर पहुँचने के बाद, सोमवार को इसका एक गेट आधा मीटर खोल दिया गया। जल संसाधन विभाग, झाबुआ के कार्यपालन यंत्री विपिन पाटीदार ने पूजा-अर्चना के बाद यह गेट खोला, जिससे माही नदी में पानी छोड़ा गया। गेट खोलने से एक घंटे पहले ही निचले इलाकों में मुनादी कराकर लोगों को सतर्क किया गया था। इस दौरान विभाग के एसडीओ धीरज जामोद, एसडीओ हीरालाल डावर सहित कई अधिकारी मौजूद थे।
माही बांध की स्थिति
- पूर्ण क्षमता: 451.50 मीटर
- वर्तमान जलस्तर: 450.75 मीटर
- गेट खोलने का कारण: जलस्तर को 450.50 मीटर पर बनाए रखना।
- पानी की आवक: 54 घन मीटर प्रति सेकंड।
- पानी का बहाव: 62 घन मीटर प्रति सेकंड।
- सिंचाई लाभ: झाबुआ जिले की पेटलावद तहसील में लगभग 22600 हेक्टेयर क्षेत्र को रबी सीजन में सिंचाई का लाभ मिलेगा।
- बारिश: इस वर्ष बांध क्षेत्र में 413 मिमी (16.52 इंच) बारिश हुई है।
कालीकराय बांध की स्थिति चिंताजनक
किसानों के लिए चिंता की बात यह है कि कालीकराय उपमुख्य बांध अभी भी अपनी पूर्ण क्षमता से 3 मीटर खाली है। यह बांध अभी केवल 41 प्रतिशत ही भर पाया है और बारिश का दौर लगभग खत्म होने को है। कालीकराय बांध से सरदारपुर और बदनावर तहसील के 6600 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा मिलती है। हालाँकि, बांध के ऊपरी क्षेत्र के छोटे तालाबों के भरने से पिछले कुछ दिनों से इसमें पानी की आवक लगातार बनी हुई है।
- पूर्ण क्षमता: 474.30 मीटर
- वर्तमान जलस्तर: 471.30 मीटर
- बारिश: इस मानसून सत्र में 467 मिमी (18.68 इंच) बारिश दर्ज हुई है।
कार्यपालन यंत्री विपिन पाटीदार ने कहा कि उम्मीद है कि बारिश होने पर कालीकराय बांध भी भर जाएगा। अगर ऐसा नहीं होता है, तो परिस्थितियों के अनुसार ही किसानों के लिए फसलों की बुआई और पानी देने का निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि यदि भविष्य में किसानों की मांग आती है तो माही बांध से कालीकराय बांध को लिफ्ट इरीगेशन के माध्यम से भरने का प्रस्ताव बनाकर वरिष्ठ अधिकारियों को भेजा जा सकता है।
