तराना, अग्निपथ। नगर के वार्ड क्रमांक 15 में स्थित कृष्ण कुंज विहार कॉलोनी, जिसे वैधानिक दर्जा प्राप्त है और जो नगर परिषद तराना के अधीन है, वहां के निवासी बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित हैं। स्ट्रीट लाइटों के अभाव में पूरी कॉलोनी अंधेरे में डूबी रहती है, जिससे न सिर्फ चोरी का भय बना हुआ है, बल्कि आए दिन निकलने वाले जहरीले जानवरों ने भी लोगों की रातों की नींद हराम कर दी है। हाल ही में 20 फीट का अजगर निकलने की घटना ने कॉलोनीवासियों में दहशत पैदा कर दी है।
नगर परिषद की उदासीनता और जनता की दुर्दशा
कृष्ण कुंज विहार कॉलोनी के एक हिस्से में खंभों पर केबल न होने से बिजली का प्रवाह ही नहीं है। इस घोर लापरवाही ने निवासियों को खतरे के साये में जीने को मजबूर कर दिया है। इसके अलावा, मुख्य मार्ग पर कॉलोनी का रोड नीचे होने के कारण आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां तक कि स्कूल वैन भी दो बार पलट चुकी है।
यह गनीमत रही कि कोई बड़ी जनहानि नहीं हुई, लेकिन यह घटना नगर परिषद की घोर लापरवाही को उजागर करती है। आश्चर्य की बात यह है कि मात्र 10 बोरी सीमेंट के कार्य के लिए भी नगर परिषद उदासीन बनी हुई है। यदि इतना छोटा काम भी नहीं हो सकता, तो जनता को क्या उम्मीद रखनी चाहिए।
कृष्ण कुंज विहार कॉलोनी की जनता की चेतावनी: एक सप्ताह में समाधान नहीं तो आंदोलन
अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए कृष्ण कुंज विहार कॉलोनी वासियों ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को अवगत कराया है। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह के भीतर इन समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो वे सामूहिक रूप से 50 शिकायतें सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज कराएंगे, जिसके बाद शासन-प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया जाएगा। यह स्थिति दर्शाती है कि जब बुनियादी सुविधाओं के लिए भी जनता को विरोध प्रदर्शन की धमकी देनी पड़े, तो यह स्थानीय प्रशासन की विफलता है।
