उज्जैन, अग्निपथ। एशिया कप 2025 में दुबई में बीच खेले गए भारत-पाक मैच का उज्जैन में कांग्रेस ने जोरदार विरोध किया। जिला अध्यक्ष महेश परमार और शहर कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश भाटी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने टॉवर से शहीद पार्क तक पैदल मार्च निकाला। इस दौरान, पहलगाम में हुए हमले में मारे गए निर्दोष लोगों को मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई और पाकिस्तान का पुतला जलाकर अपना गुस्सा जाहिर किया गया।
विधायक महेश परमार ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जब पहलगाम में निर्दोषों की मौत हुई थी, तब प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान से सभी संबंध तोड़ने और वहां की ओर जाने वाले पानी को रोकने की बात कही थी। उन्होंने यह भी कहा था कि उनकी रगों में खून की जगह सिंदूर दौड़ रहा है। शहीदों की पत्नियों ने भी इस भारत-पाक मैच का विरोध किया, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी को उनके सिंदूर की कीमत समझ में नहीं आई।
हमने रात 8 बजे तक इंतजार किया कि भारत-पाक मैच शायद रद्द हो जाएगा, लेकिन जब प्रधानमंत्री की कथनी और करनी में अंतर दिखा और पहलगाम में हुई निर्दोषों की मौत की परवाह नहीं की गई, तो हमने पाकिस्तान का पुतला दहन करके देश की वीरांगनाओं का आक्रोश व्यक्त किया।
अमित शाह के बेटे को आर्थिक लाभ पहुँचाने के लिए भारत-पाक मैच को मंजूरी?
शहर कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश भाटी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अमित शाह के बेटे को आर्थिक लाभ पहुँचाने के लिए उन लोगों से मैच करवाया है, जिनके हाथ खून से सने हैं। क्या इस भारत-पाक मैच से कमाया गया पैसा पहलगाम में मारे गए 26 नागरिकों की जान से ज्यादा कीमती है? यह देश के साथ धोखा और शहीदों का अपमान है। भाटी ने आरोप लगाया कि इस मैच से अमित शाह के बेटे जय शाह और बीसीसीआई पैसा कमा रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि खून और क्रिकेट का खेल साथ-साथ कैसे चल सकता है?
उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत-पाक मैच को मंजूरी देकर पहलगाम के शहीदों का मजाक बनाने के लिए उन्हें शर्म आनी चाहिए। प्रधानमंत्री खुद कहते हैं कि आतंकवाद और व्यापार साथ नहीं चल सकते, तो फिर क्रिकेट क्यों खेला जा रहा है? क्या देश की इज्जत से ज्यादा पैसा अहम है? जिन्होंने हमारे लोगों का खून बहाया, उनसे खेलने का क्या मतलब है? पहलगाम आतंकी हमले में हिंदू होने पर लोगों को गोली मारी गई और 26 महिलाएं विधवा हुईं। कुछ तो शर्म करो प्रधानमंत्रीजी।
इस प्रदर्शन में संगठन मंत्री अजय राठौर के साथ नेता प्रतिपक्ष रवि राय, धीरज यादव, अरुण रोचवाणी, सुरेंद्र मरमट, मनीष गोमे, सोनू परमार, नीलेश योगी, सुनील गुप्ता, संचित शर्मा सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और आम नागरिक मौजूद रहे।
