धार, अग्निपथ। जिले के धामनोद रेंज में अवैध लकड़ी को लेकर विभाग ने करवाई की वहीं लंबे समय से खुलेआम अवैध लकड़ी कारोबार चल रहा था जिसपर अब कार्रवाई हुई है। लंबे समय से वन विभाग की लापरवाही और माफियाओं से मिलीभगत के कारण वन क्षेत्र में अवैध लकड़ी की चिरान और व्यापार बड़े पैमाने पर हो रहा था। वन मंडल अधिकारी धार के निर्देश पर वन विभाग की टीम ने धामनोद रेंज के ग्राम खलघाट, गाजीपुरा में स्थित आरोपी ताराचंद मधुकर के निजी बाड़े में चल रही अवैध आरा मशीन जब्त कर कार्रवाई की है।
वनमंडलाधिकारी धार विजयनंथन टी. आर. के मार्गदर्शन में वनपरिक्षेत्र अधिकारी धामनोद भुवानसिंह मंडलोई तथा सहायक कर्मियों ने तत्काल टीम गठित की। मौके पर पहुंचकर 40 क्विंटल अवैध जलाव पचमेल लकड़ी जब्त की गई। इन लकडिय़ों का मूल्य 23 हजार 360 रुपए आंका गया। साथ ही मिनी आरामशीन मोटर व आराकटर 20 इंच के दो एचपी मोटर सहित अवैध आरा मशीन को भी जब्त किया गया। इसके बाद उक्त समस्त सामग्री को धामनोद रेंज कार्यालय में सुरक्षित रखा गया। वन अपराध एवं मध्य प्रदेश काष्ठ चिरान अधिनियम 1984 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बड़ी करवाई नहीं करते जिम्मेदार
सूत्र बताते हैं कि यह अवैध कारोबार लंबे समय से संबंधित अधिकारियों के संज्ञान में था। प्रशासनिक संरक्षण की वजह से बड़े माफियाओं पर अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई थी। यह भी बताया जा रहा है कि कई बार अधिकारियों ने जानबूझकर कमजोर केस तैयार कर माफियाओं को राहत पहुंचाई थी। अवैध लकड़ी को लेकर कोई बड़ी करवाई नहीं की जाती हे। उदाहरण स्वरूप मनावर क्षेत्र में 30 लाख रु. की अवैध सागौन लकड़ी जब्ती के आरोपियों को तत्काल मुचलके पर छोडऩे का मामला भी चर्चित रहा है।
