कृषि मंडियों में साल भर समर्थन मूल्य पर खरीदी की जाए
शाजापुर, अग्निपथ। भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में किसानों ने सोमवार को प्रदर्शन किया। टंकी चौराहा स्थित मंडी में एकत्रित होकर किसान पैदल और ट्रैक्टर रैली के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। किसानों ने एसडीएम मनीषा वास्कले को ज्ञापन सौंपा।
इस दौरान कुछ किसान प्याज की माला पहने नजर आए। वहीं सोयाबीन की फसल हाथ में लेकर खड़े रहे और कई किसान आलू की बोरियां लेकर आए। किसान संघ ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, केंद्रीय कृषि मंत्री और शाजापुर कलेक्टर को संबोधित ज्ञापन में 17 सूत्रीय मांगें रखीं। इनमें 30 से अधिक बिंदुओं को शामिल किया गया। किसानों की प्रमुख चिंताएं बढ़ती लागत, फसल बीमा भुगतान में गड़बड़ी, खाद संकट और उपज के कम दाम हैं। कई गांवों से कई ग्रामीण शाजापुर शहर में प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे।
फसल बीमा दावा प्रक्रिया ऑनलाइन किया जाए
किसानों की मुख्य मांगों में कृषि मंडियों में वर्षभर समर्थन मूल्य पर खरीदी शामिल है। उन्होंने फसल बीमा दावा प्रक्रिया को पारदर्शी और ऑनलाइन करने की मांग की। जंगली जानवरों से फसल सुरक्षा, कृषि यंत्रों पर अधिक अनुदान और बिजली-सिंचाई व्यवस्था में सुधार की मांग भी की गई।
निर्यात नीति को लेकर जताई नाराजगी: प्याज, आलू और लहसुन के निर्यात को बढ़ाने पर विशेष जोर दिया गया। किसानों के अनुसार उत्पादन लागत में 300 की वृद्धि हुई है। प्याज भंडारण के बावजूद अस्पष्ट निर्यात नीति से किसानों को नुकसान हुआ है।
प्याज का 30 किलो वजन सूखकर नष्ट हो गया है। भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष सवाईसिंह सिसोदिया ने मांगें न माने जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी। किसान नेताओं ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लिए किसानों को उपज का लाभकारी मूल्य मिलना चाहिए।
