धार, अग्निपथ। धार जिले में पुलिस ने एक चौंकाने वाले मामले का खुलासा किया है, जहाँ एक व्यक्ति ने अपनी धार्मिक पहचान छिपाकर लंबे समय से हलवाई का व्यवसाय कर रहा था। पुलिस ने इस मामले में एक ऑनलाइन दुकान संचालक सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने फोटोशॉप के जरिए फर्जी आधार कार्ड बनाया था।
यह सनसनीखेज मामला तब सामने आया जब 13 सितंबर को फरियादी संदीप जादम ने कुक्षी थाने में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि एक मुस्लिम व्यक्ति हिन्दू नाम-पते और फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल करके कुक्षी में ‘श्यामभाई हलवाई’ के नाम से दुकान चला रहा है। इस शिकायत पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और 14 सितंबर को आरोपी को धर दबोचा।
पूछताछ में आरोपी ने अपना असली नाम हुजूर खाँ बताया, जो राजस्थान के फलौदी जिले का रहने वाला है। उसने श्यामलाल पिता देवाराम प्रजापत के नाम से फर्जी आधार कार्ड बनवा रखा था। पुलिस ने आरोपी के पास से दो अलग-अलग आधार कार्ड, विजिटिंग कार्ड और पम्पलेट जब्त किए।
पुलिस ने अपनी जाँच को आगे बढ़ाते हुए राजस्थान में फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले डुंगरराम प्रजापत को भी गिरफ्तार किया। दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहाँ से उन्हें जेल भेज दिया गया। पुलिस की जांच से पता चला है कि आरोपी पिछले 12 वर्षों से भी अधिक समय से कुक्षी, सिंघाना, मनावर, गंधवानी और अलिराजपुर जैसे कई क्षेत्रों में ‘श्यामभाई’ के नाम से हलवाई का काम कर रहा था।
इस बड़े खुलासे में कुक्षी थाना प्रभारी राजेश यादव, सहायक उपनिरीक्षक चंचलसिंह चौहान, प्रधान आरक्षक सतीश, खेमचंद पाल, अजय तंवर, विपिन यादव, नीरज और महेंद्र की विशेष भूमिका रही। इस गिरफ्तारी के बाद क्षेत्र में कई सवाल खड़े हो गए हैं कि आखिर आरोपी इस तरह से पहचान बदलकर इतने लंबे समय से क्यों काम कर रहा था और इस पूरे मामले के पीछे और कौन लोग शामिल हो सकते हैं।
