खुशबू पांचाल ने सोशल मीडिया पर कहा निजी एजेंसी क्रिस्टल के लोग श्रद्धालुओं से बदतमीजी कर रहे
उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन की रहने वाली नृत्यांगना खशबू पांचाल ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर महाकाल मंदिर की निजी सुरक्षा एजेंसी क्रिस्टल के गार्डों पर अभद्रता का आरोप लगाया है।
खुशबू ने वीडियो में कहा कि वह अक्सर मंदिर में दर्शन करने जाती है जहां तैनात निजी सुरक्षा एजेंसी के सुरक्षा गार्ड उनसे बदतमीजी करते हैं। वीडियो में खशबू सफ कहते हुए दिख रही है कि सुरक्षा गार्ड आते-जाते समय उन्हें न केवल रोकते हैं बल्कि अभद्रता करने के साथ हरकते भी करते हैं। ऐसा पहले भी कई बार उन्होंने महसूस किया लेकिन इस बार जब बात ज्यादा हो गई तो उन्हें सोशल मीडिया पर आकर यह जानकारी सार्वजनिक रूप से देना पड़ी। उन्होंने अपने वीडियो के जरिए ही कहा है कि जिम्मेदार इस विषय पर संझान लेकर उचित कार्रवाई करें।
अन्य श्रद्धालु भी शिकायत करते दिख रहे वीडियो में
इस वीडियो में न केवल खुशबू ने निजी क्रिस्टल के सुरक्षा गार्डों की शिकायत की है बल्कि मंदिर परिसर में ही दर्शन के दौरान उन्होंने अन्य श्रद्धालुओं से भी बात की तो गार्डों के बारे में पूछा तो श्रद्धालु गार्डों द्वारा की जाने वाली अभद्रता की वे शिकायत करते नजर आए।
लोग कमेंट्स में भी कर रहे गार्डों पर कार्रवाई की मांग
सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जब खुशबू ने यह वीडियो जारी किया तो लोगों ने उस पर मंदिर में तैनात निजी एजेंसी क्रिस्टल के गार्डों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करना शुरू दिया। कई लोगों का यह तक कहना है कि ऐसे गार्डों को तो तुरंत बाहर कर देना चाहिए जो श्रद्धालुओं से इस तरह का गलत व्यवहार कर रहे हैं।
मंदिर समिति का कहना गार्ड ने कोई अभद्रता नहीं की, खुशबू व्यवस्था बिगाड़ रही थी
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सोशल मीडिया में आने के बाद जब महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने वीडियो के संबंध में वस्तुस्थिति जानी तो पता चला कि खुशबू पांचाल से किसी भी गार्ड ने कोई अभद्रता नहीं की। आरोपों के संबंध में जानकारी लेने पर, उनके द्वारा किसी सुरक्षाकर्मी का नाम या किसी साक्ष्य की जानकारी भी उपलब्ध नहीं कराई गई। वीडियो के माध्यम से लगाए गए आरोप सामान्य प्रकृति के हैं तथा बिना किसी तथ्य और नाम के हैं।
समिति ने घटना के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच कि तो पाया कि स्वयं खुशबु पांचाल द्वारा चलित लाइन में रुककर लाइन को बाधित किया गया, जबकि अन्य दर्शनार्थी कार्तिक मंडप से नीचे की ओर प्रवेश कर रहे थे। उनके द्वारा अनाधिकृत स्थान पर बैठा गया तथा मंदिर की व्यवस्थाओं की अवहेलना की गई। समिति के अधिकारियों का कहना है कि जांच में उक्त वीडियो झूठा एवं भ्रामक निकलता है तो मंदिर की छवि धूमिल करने के मामले में उनके विरुद्ध कार्रवाई भी की जा सकती है।
