खरगोन, अग्निपथ। जनजातीय विभाग के एक सहायक आयुक्त पर खरगोन जिले में एक अतिथि शिक्षक को सीएम हेल्पलाइन की शिकायत वापस लेने के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगा है। शिक्षक का दावा है कि सहायक आयुक्त उस पर लगातार दबाव बना रहे हैं और धमकी दे रहे हैं कि अगर उसने शिकायत वापस नहीं ली तो उसे जिले में कहीं भी नौकरी नहीं करने देंगे। यह मामला शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बड़ूद में साल 2019-20 के शैक्षणिक सत्र के दौरान अतिथि शिक्षक की नियुक्ति में हुई अनियमितता से जुड़ा है।
अनियमितता और उत्पीड़न का आरोप
शिकायतकर्ता अतिथि शिक्षक के अनुसार, तत्कालीन प्राचार्य भागचंद चांदौरे ने मेरिट सूची में पहले पाँच योग्य आवेदकों को नजरअंदाज कर छठे नंबर की आवेदिका को नियुक्त कर दिया, जबकि उसके पास उस समय पूरी शैक्षणिक योग्यता नहीं थी। इस नियुक्ति में तत्कालीन सहायक आयुक्त (ए.सी.), संकुल प्राचार्य और बी.ओ. की मिलीभगत का आरोप लगाया गया है। इसी अनियमितता के खिलाफ एक योग्य आवेदक ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई थी।
शिकायत के बाद वर्तमान सहायक आयुक्त और खरगोन के विकासखंड शिक्षा अधिकारी पर शिकायतकर्ता को परेशान करने और उस पर दबाव बनाने का आरोप है। शिकायतकर्ता का कहना है कि उसका पाँच महीने का वेतन रोक दिया गया है और उसके नियुक्ति आदेश में अनुमोदन के बहाने जानबूझकर देरी की जा रही है।
अपमानजनक व्यवहार का आरोप
शिकायतकर्ता ने बताया कि दिनांक 19/09/2025 को सहायक आयुक्त ने उसे अपने कार्यालय बुलाया और सबके सामने अपमानित करते हुए आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया। इस दौरान विकासखंड शिक्षा अधिकारी भी वहां मौजूद थे। यह घटना इस पूरे मामले को और भी गंभीर बना देती है, जिसमें एक सरकारी अधिकारी पर अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप है।
