नवरात्रि के पावन पर्व पर, ममता हुई शर्मसार: एक नवजात को ओटले पर छोड़ गई माँ

धार, अग्निपथ। नवरात्रि के भक्तिमय माहौल के बीच, धार जिले के पिपलखेड़ा गाँव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने हर किसी को स्तब्ध कर दिया है। जहाँ पूरा देश माँ दुर्गा की आराधना में लीन है, वहीं एक माँ ने अपनी दस दिन की दुधमुंही बच्ची को एक चाय की दुकान के बाहर अकेले छोड़ दिया। इस घटना ने हर किसी के मन में यह सवाल पैदा कर दिया है कि आखिर कोई माँ इतनी निष्ठुर कैसे हो सकती है?

सुबह करीब सात बजे, इंदौर-अहमदाबाद फोरलेन पर स्थित ‘यश टी स्टॉल’ के संचालक राजू भाई ने अपनी दुकान के ओटले पर एक नवजात बच्ची को देखा। बच्ची को अकेला और रोता हुआ देख, उन्होंने तुरंत ग्रामीणों को बुलाया। बड़ी संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हुए, जिन्होंने बच्ची को बोतल से दूध पिलाकर शांत कराया। यह मार्मिक दृश्य देखकर हर कोई भावुक हो गया और सभी की ज़ुबान पर एक ही सवाल था- ‘आखिर इस मासूम का क्या कसूर था?’

ग्रामीणों ने तुरंत डायल 112 और महिला बाल विकास विभाग को सूचित किया। नौगाँव पुलिस और 112 की टीम मौके पर पहुँची और बच्ची को तुरंत जिला अस्पताल भोज में भर्ती कराया। बच्ची को एसएनसीयू (विशेष नवजात देखभाल इकाई) वार्ड में रखा गया है। डॉ ईश्वर रावत के अनुसार, बच्ची की हालत अब स्थिर है और वह पूरी तरह से स्वस्थ है। हालांकि, दूध न मिलने के कारण उसे हल्का पीलापन है, लेकिन घबराने की कोई बात नहीं है।

थाना प्रभारी सुनील शर्मा के नेतृत्व में नौगाँव पुलिस अब बच्ची के परिजनों की तलाश में जुटी है। पुलिस फोरलेन पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जाँच कर रही है और आसपास के गाँवों में भी टीम भेजकर जानकारी जुटाई जा रही है। इस घटना ने समाज में एक गहरा संदेश दिया है कि मानवता अभी भी ज़िंदा है, क्योंकि ग्रामीणों की तत्परता और पुलिस की संवेदनशीलता से एक मासूम की जान बचा ली गई।

Next Post

कार के गेट पर मासूम बेटे को खड़ा कर स्टंट करने वाले पिता पर पुलिस ने लगाया 3 हजार का फाइन

Wed Sep 24 , 2025
बेटे की जान से कर रहा था खिलवाड़ उज्जैन, अग्निपथ। मस्ती मजाक और सोशल मीडिया पर रील बनाने के लिए अपने 7-8 साल के बेटे को कार के गेट पर खड़ा करके कार को तेज स्पीड से दौड़ाने के मामले में माधवनगर पुलिस ने कार चालक बच्चे के पिता पर […]

Breaking News