होलिका दहन के दौरान रहेंगे सीमित संख्या में पुजारी पुरोहित, 29 को मंदिर परिसर में नहीं खेल पाएंगे पंडे पुजारी होली, 30 को सुबह 6 बजे से दर्शन होंगे चालू
उज्जैन। जिला प्रशासन ने उज्जैन जिले में रविवार को लॉकडाउन लगा दिया है। जिसके चलते श्री महाकालेश्वर मंदिर में इस बार होली उत्सव पर रंग में भंग पड़ गई है। वहीं कोरोना संक्रमण के दौरान लॉकडाउन आज लगाया जाएगा। मंदिर प्रबंध समिति ने कड़े आदेश जारी किए हैं । 28 मार्च को आज संध्या आरती और होलिका दहन के दौरान सीमित संख्या रहेगी । 29 मार्च को गर्भगृह में रंग गुलाल लेकर जाना और व्यक्तिगत रूप से आपस में गुलाल लगाना प्रतिबंधित किया गया है। अब 30 मार्च की सुबह 6 बजे से श्रद्धालुओं की दर्शन व्यवस्था चालू हो पाएगी। शनिवार की शाम को 7 बजे से मंदिर प्रांगण को बेरिकेड्स से बंद करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई थी।
मंदिर समिति द्वारा दिया गया हर्बल गुलाल ही भगवान को अर्पित होगा। मंदिर प्रशासक ने इस संबंध में पूर्व में आदेश भी जारी कर दिया है। मंदिर समिति द्वारा निकाले गए आदेश में स्पष्ट कहा है कि श्री महाकालेश्वर मंदिर में होने वाली त्रिकाल आरतियों के दौरान पुजारी, सहायक पुजारी, पुरोहित को आदेशित किया जाता है कि मंदिर में होली का पर्व 28 मार्च होने वाली सायंकाल आरती, शयन आरती और 29 मार्च को सुबह होने वाली भस्म आरती में कोरोना वायरस से बचाव के लिए परंपरा का निर्वाह करते हुए सीमित मात्रा में मंदिर प्रबंध समिति द्वारा दिया गया हर्बल गुलाल ही भगवान महाकालेश्वर को अर्पण किया जा सकेगा। गर्भगृह में रंग गुलाल लेकर जाना और व्यक्तिगत रूप से एक दूसरे को रंग गुलाल लगाना प्रतिबंधित किया गया है। यह आदेश पंडे पुजारियों के पास पहले ही पहुंचा दिया गया है। होली का पर्व पर मंदिर की गरिमा के अनुरूप प्रतीकात्मक रूप से मंदिर समिति द्वारा प्रदत्त हर्बल गुलाल सीमित मात्रा में उपयोग कर होली महोत्सव मनाया जाएगा। उल्लंघन की दशा में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
होलिका दहन: पंडे पुजारियों के अलावा कोई नहीं रहेगा
श्री महाकालेश्वर मंदिर में परंपरा अनुसार परिसर में सबसे पहले संध्या आरती के पश्चात होलिका का दहन किया जाता है। इस बार कोरोना संक्रमण के कारण लगाए गए आज के लॉकडाउन के चलते मंदिर समिति ने मंदिर परिसर में केवल होलिका दहन का पूजन करने वाले पंडे पुजारियों की उपस्थिति ही सुनिश्चित की है।
इसके अलावा अन्य दर्शनार्थी मंदिर परिसर में मौजूद नहीं रहेंगे। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्षों में होलिका दहन के दौरान हजारों की संख्या में मदिर परिसर में श्रद्धालु मौजूद रहकर रंग-गुलाल का उपयोग करते थे। अधिक भीड़ होने के कारण मदिर प्रबंधन को भी परेशानी होती थी। वहीं श्रद्धालु अपने साथ लाए रंग-गुलाल का उपयोग शुरू कर देते थे। मंदिर परिसर रंग गुलाल से सराबोर हो जाता था। हालत यह थी कि शयन आरती तक परिसर में मौजूद रहने वाले दर्शनार्थी बाहर नहीं निकलते थे। लेकिन आज रविवार को कोरोना के चलते लॉकडाउन होने के कारण मंदिर में सभी तरह का प्रतिबंध रहेगा।
आनलाइन बुकिंग पहले ही कर दी ब्लॉक
हालांकि शासन प्रशासन ने रविवार का लॉकडाउन देर से घोषित किया। जिसके चलते कुछ श्रद्धालुओं ने रविवार की बुकिंग करवा ली थी। लेकिन उनको निरस्त कर दिया गया है। साथ ही बुकिंग को पहले ही ब्लाक कर दिया गया था। तोभी कुछ श्रद्धालुओं ने बुकिंग करवा ली थी। पंडे पुजारियों से भी उनके बाहर के शहर में बैठे यजमानों ने मोबाइल से पहले ही पूछताछ कर ली थी। जिनको आने से मना कर दिया गया था।