धार, अग्निपथ। धार पुलिस ने मंदिरों में लगातार हो रही चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले एक शातिर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी का नाम खेमराज चौहान है, जिसे पुलिस ने इंदौर से पकड़ा है। उसके पास से दो किलो से ज़्यादा चाँदी, २३ किलो पीतल, और अन्य सामान बरामद हुआ है, जिसकी कुल कीमत लाखों रुपए है। पुलिस ने चोरी में इस्तेमाल की गई कार भी जब्त कर ली है। आरोपी ने पीथमपुर और नालछा सहित कई मंदिरों में चोरी की बात स्वीकार की है।
एक शिकायत से खुलासे की शुरुआत
15 सितंबर को पीथमपुर के उद्योगपति बालाजी मंदिर के पुजारी ने चोरी की शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि चोर मंदिर का ताला तोड़कर हनुमान जी की चाँदी का मुकुट और छत्र चुरा ले गए थे। इस घटना के बाद पीथमपुर, बेटमा, इंदौर, मानपुर, सिमरोल, महू और नालछा में भी इसी तरह की चोरियाँ हुईं, जिससे पुलिस ने एक विशेष टीम का गठन किया।
सीसीटीवी और पुलिस का दिमाग
पुलिस ने चोर को पकड़ने के लिए १५० से ज़्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले। फुटेज में एक संदिग्ध सफेद रंग की कार दिखाई दी। हालाँकि, रात के अंधेरे की वजह से नंबर प्लेट और आरोपी का चेहरा साफ नहीं था। लेकिन पुलिस ने हार नहीं मानी और कार का पीछा करते हुए कई कैमरों की मदद से आरोपी की पहचान कर ली। शातिर चोर खेमराज टोल नाके पर फास्टैग की जगह नकद भुगतान करता था, ताकि पुलिस उसे ट्रैक न कर सके। वह वारदात के बाद पास के पेट्रोल पंप पर सो जाता था और अगले दिन वहाँ से निकलता था। लेकिन नालछा में हुई चोरी के पैटर्न ने पुलिस को उस तक पहुँचा दिया।
सात से ज़्यादा मंदिरों में चोरी की वारदातें
पूछताछ में खेमराज चौहान ने सात से ज़्यादा मंदिरों में चोरी करना स्वीकार किया है, जिनमें उद्योगपति बालाजी मंदिर, कालका माता मंदिर, राम मंदिर, हनुमान मंदिर और कोटेश्वर महादेव मंदिर शामिल हैं। पुलिस ने इन सभी मंदिरों से चुराया गया सामान, एक देसी कट्टा और तीन जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं। जब्त किए गए सामान में २ किलो ३०० ग्राम चाँदी और २३ किलो पीतल शामिल है, जिसकी कीमत चार लाख रुपए से अधिक है।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
इस कामयाबी में नगर पुलिस अधीक्षक रवि सोनेर के निर्देश पर गठित टीम की अहम भूमिका रही। इस टीम में थाना प्रभारी राजेंद्र सोनी, उप निरीक्षक पी.एम. बारिया, प्रधान आरक्षक नरेंद्र रघुवंशी, आरक्षक आकाश, आदर्श, और लखन जादव शामिल थे।
