धार, अग्निपथ। धार जिले की जनपद में राज्य स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत “स्वच्छता ही सेवा” अभियान १७ सितंबर से २ अक्टूबर तक चलाया जा रहा है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य गाँवों को ओडीएफ प्लस (खुले में शौच मुक्त प्लस) बनाना है, जिसके लिए ठोस और तरल कचरा प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा है कि स्वच्छ भारत मिशन ने स्वच्छता के लिए एक बड़ा जन-आंदोलन खड़ा किया है।
जन-भागीदारी और जागरूकता अभियान
जिला पंचायत के सी.ई.ओ. के निर्देश पर, जनपद सी.ई.ओ. डॉ. मारिषा शिंदे ने एक विशेष टीम बनाई। इस टीम ने धार जनपद के ५२ गाँवों में “स्वच्छता साथी-वॉश ऑन व्हील सेवा” की शुरुआत की।
इस अभियान के तहत गाँवों में लोगों को जागरूक करने के लिए कई गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं, जिनमें:
- स्वच्छता शपथ और चौपालें
- स्वच्छता रैलियाँ और श्रमदान
- स्वच्छता संवाद और प्रतियोगिताएँ
- “एक पेड़ माँ के नाम” जैसी पहल
- घर-घर जाकर जागरूकता फैलाना
प्लास्टिक मुक्त गाँव और शौचालय उपयोग पर जोर
अभियान के तहत, 98 ओडीएफ प्लस गाँवों में घाटों और आसपास के क्षेत्रों की सफाई की जा रही है, साथ ही सिंगल-यूज़ प्लास्टिक कचरे का संग्रहण भी किया जा रहा है। लोगों को हर घर में शौचालय का उपयोग करने और अपने गाँव को स्वच्छ रखने के बारे में बताया जा रहा है।
2 अक्टूबर को, गाँवों में विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन होगा। इन सभाओं में ग्रामवासियों को अभियान की उपलब्धियों के बारे में बताया जाएगा, और स्वच्छता से जुड़ी संपत्तियों का शिलान्यास और कचरा वाहनों का लोकार्पण भी होगा।
