बड़ी धर्मशाला निर्माण की नींव रखने का लिया संकल्प
कानड़, अग्निपथ। कानड़ नगर में मंगलवार को शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर अखिल भारतीय जूना गुजराती दर्जी समाज द्वारा अपने आराध्य देव गुरु टेकचंद जी महाराज का 214वाँ समाधी उत्सव पूरी श्रद्धा और धूमधाम से मनाया गया। यह आयोजन सिर्फ एक धार्मिक समारोह नहीं रहा, बल्कि सामाजिक एकता और विकास के संकल्प का भी मंच बना।
इस अवसर पर नगर के दर्जी सेरी स्थित समाज के मंदिर से गुरु टेकचंद जी महाराज के चित्र को एक सुसज्जित बग्गी में विराजित कर भव्य चल समारोह निकाला गया। बड़ी संख्या में समाजजनों ने जयकारे लगाते हुए इसमें हिस्सा लिया। समारोह के समापन पर मांगलिक भवन में गुरु महाराज की आरती की गई।
कार्यक्रम का सबसे महत्त्वपूर्ण बिंदु यह रहा कि समाज ने मंदिर निर्माण का कार्य पूरा होने के बाद अब समाज की बड़ी धर्मशाला के निर्माण की नींव रखने का सर्वसम्मति से संकल्प लिया है। साथ ही, इस कार्य को आगे बढ़ाने के लिए एक नई रजिस्टर्ड समिति का भी गठन किया गया है।
भव्य चल समारोह में उमड़ा जनसैलाब
दर्जी सेरी समाज मंदिर से शुरू हुआ चल समारोह बैंड बाजे और ढोल की थाप पर गुरु टेकचंद जी महाराज के जयकारे लगाते हुए आगे बढ़ा। इस चल समारोह में बड़ी संख्या में समाज के लोग, महिलाएँ और बच्चे भजनों पर झूमते हुए चल रहे थे, जिससे नगर में भक्तिमय और उत्साह का वातावरण छा गया।
चल समारोह ने दर्जी सेरी समाज मंदिर से पीपल चौक, खरंजा चौक, झण्डा चौक, दयानंद मार्ग, कांकेश्वर मंदिर होते हुए माताजी रोड स्थित मांगलिक भवन तक का सफर तय किया। इस पूरे समारोह की रूपरेखा समाज के युवा तरुण संघ द्वारा तैयार की गई थी, जिसने व्यवस्थाओं को सफलतापूर्वक संभाला। इस दौरान नगर और आसपास के गाँवों से बड़ी संख्या में समाज के वरिष्ठ सदस्य, महिलाएँ और बच्चे उपस्थित थे।
नगर में जगह-जगह हुआ पुष्प वर्षा से स्वागत
अखिल भारतीय जूना गुजराती दर्जी समाज द्वारा निकाले गए इस भव्य चल समारोह का नगर के विभिन्न वर्गों और जनप्रतिनिधियों द्वारा जगह-जगह पुष्प वर्षा कर जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान गुरु महाराज का पूजन भी किया गया।
स्वागत करने वालों में खरंजा चौक पर आशीष सोनी, धीरेन्द्र सोनी; दयानंद मार्ग पर वेदकथा समिति की विजय लक्ष्मी माली, मोहनलाल आर्य, दरबार सिंह आर्य और नगर परिषद उपाध्यक्ष राजेश डीलर शामिल थे। इसके अलावा, एल.एस.एस. के सामने अखिल भारतीय चंद्रवंशी खाती समाज के कन्हैया लाल बीजापारी समेत अन्य सदस्यों ने भी स्वागत किया। नगर परिषद चौराहे पर सांसद व नप अध्यक्ष प्रतिनिधि बाबूलाल बीजापारी, पार्षद ओमप्रकाश पालीवल, पार्षद विजयलक्ष्मी माली आदि ने पुष्प वर्षा की। पुराने बस स्टैंड पर पंकज माली और भगवान माली आदि ने समाज के वरिष्ठ जनों का पुष्प माला व सरोफा बांध कर अभिनंदन किया। यह स्वागत नगर की सामाजिक सद्भाव और एकता को दर्शाता है।
धर्मशाला निर्माण और नई समिति का गठन
चल समारोह के बाद सभी समाजजन मांगलिक भवन में एकत्रित हुए। यहाँ निर्माण समिति के अध्यक्ष कन्हैया लाल परमार ने पूरे वर्ष की आय-व्यय संबंधी जानकारी प्रस्तुत की। उन्होंने घोषणा की कि समाज का मंदिर निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और अब अगली प्राथमिकता समाज की बड़ी धर्मशाला के निर्माण की नींव रखना है। सभी समाजजनों ने करतल ध्वनि से इस महत्त्वपूर्ण प्रस्ताव का समर्थन किया। इस महती कार्य को गति देने के लिए समाज की रजिस्टर्ड समिति गठित करने का निर्णय लिया गया।
कन्हैयालाल परमार अध्यक्ष
नई समिति के लिए कन्हैया लाल परमार, मदनलाल चौहान, कालूराम सोलंकी, कालूराम चावड़ा, मांगीलाल सोलंकी, दुर्गा प्रसाद सोलंकी, दुर्गा शंकर सोलंकी, नरेंद्र चावड़ा, दिलीप परिहार, रमेश चावड़ा, पीरूलाल जाधव, रामचंद्र राठी, रमेश पड़िहार, मुकेश सोलंकी, विष्णु प्रसाद गहलोत, अशोक सोलंकी एवं सुरेश चावड़ा के नामों पर सहमति बनी। पूर्व निर्माण समिति के अध्यक्ष कन्हैयालाल परमार को सर्वसम्मति से नई समिति के अध्यक्ष पद के लिए चुना गया। यह निर्णय समाज के सामुदायिक विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है।
