मानव श्रृखंला बनाई, एसपी बोले जांच के बाद करेंगे कार्रवाई
उज्जैन,अग्निपथ। अभिभाषकों मंगलवार दोपहर टॉवर चौक पर मानव श्रंखला बनाकर रोड जाम कर दिया। घटना की वजह दो दिन पहले लॉकडाउन के दौरान एक वकील से पुलिस का विवाद होना है। मामले में एसपी सत्येंद्र कुमार ने जांच के बाद दोषी पुलिसकर्मियों लाइन अटैच करने का कहा है।
अभिभाषक गोपालसिंह हिरावत पत्नी का इलाज करवाकर साले शिवकीर्ति भटनागर के साथ 28 मार्च की रात इंदौर से कार से लौट रहे थे। लॉक डाउन के कारण सिंधी कॉलोनी पर बैरिकेड लगे होने से उसे कार रोकना पड़ी। भटनागर ने यहां हंगामा शुरू कर अभिभाषक हिरावत को बुला लिया। उन्होंने समझाकर उसे कार में बैठाया, लेकिन टॉवर पर पहुंचने पर पुलिस ने फिर रोका तो विवाद शुरू कर दिया।
यहां पुलिसकर्मियों ने उसे समझाने का प्रयास किया तो हिरावत का उनसे विवाद हो गया। नतीजतन हिरावत ने पुलिसकर्मियों पर उनके साथ मारपीट व पत्नी से अभद्रता का आरोप लगा दिया। घटना से आक्रोशित करीब 300 अभिभाषक ने मंगलवार दोपहर दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर फ्रीगंज स्थित टॉवर पर मानव श्रृंखला बनाकर विरोध प्रकट किया। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने अभिभाषकों के आवेदन अनुसार चारों पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच का आश्वासन दे दिया।
अस्पताल में भी हंगामा
बताया जाता है भटनागर द्वारा नशे में हंगामा करने पर पुलिस उन्हें नीलगंगा थाने ले गई थी। यहां उन पर लॉक डाउन उल्लंघन के कारण धारा 188 में केस दर्ज कर मेडिकल के जिला अस्पताल भेजा गया। अस्पताल में भी भटनागर के परिजन पहुंच गए और ड्यूटी पर मौजूद डाक्टर संजय राणा से हुज्जत करते रहे। हालांकि राणा ने इस संबंध में कोई शिकायत नहीं की है।
घटना का सच
घटना को लेकर तीन वीडियो वायरल सामने आए है,जिसमें लॉक डाउन के दौरान शिवकीर्ति भटनागर नशे में पहले सिंधी कॉलोनी पर पुलिसकर्मियों से हुज्जत करते दिख रहे है। यहां पहुंचे हिरावत उन्हें कार में भेजने का प्रयास करते दिखे। दूसरे वीडियो में टॉवर पर भटनाकर कार से उतरकर टीशर्ट उतारकर हंगामा करते नजर आए।
यहां भी हिरावत उन्हें कार में बैठाने की कोशिश करते रहे, बावजूद वह पुलिसकर्मियों से विवाद करते रहे। हिरावत ने यहीं पर उनके व पत्नी के साथ पुलिसकर्मियों द्वारा अभद्रता का आरोप लगाया है।
पुलिस का डर और आंदोलन की वजह
खास बात यह है कि वीडियो में हिरावत के साथ कहीं भी मारपीट होती दिखाई नहीं दी। बावजूद अभिभषाक सडक़ पर उतरे उसकी वजह 14 अप्रेल को होने वाले अभिभाषक संघ के चुनाव है। पुलिस अधिकारी भी घटना का सच जानते है, लेकिन आंदोलन के दौरान ऑल इंडिया प्रेस काउंसिल सदस्य प्रताप मेहता को चक्कर आ गए और उन्हें अस्पताल भेजना पड़ा। उनकी बिगड़ी हालत से डरकर अधिकारियों ने नानाखेड़ा के दो, नीलगंगा और माधवनगर के एक-एक पुलिसकर्मी को लाईन अटैच करने का आश्वासन दे दिया।
अभिभाषकों की मांग अनुसार जांच कर दोषी पुलिसकर्मियों का पता लगाएंगे और फिर उन्हें लाईन अटैच करेंगे।
– सत्येंद्र कुमार शुक्ल ,एसपी