एमबीबीएस पासआउट डॉक्टर दर्शन के लिए उज्जैन आए थे
उज्जैन, अग्निपथ। इंदौर रोड पर ग्राम रामवासा में चार डॉक्टर्स दोस्तों की कार को सुबह करीब 4.30 बजे आयशर वाहन ने पीछे से टक्कर मार दी। हादसे में जबलपुर मेडिकल कॉलेज में प्रैक्टिस कर रहे डॉक्टर की मौत हो गई। साथ ही अन्य तीनों डॉक्टर्स भी गंभीर घायल हैं। पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
मिली जानकारी के अनुसार डॉक्टर हर्ष पिता कुंजीलाल परमार उम्र 24 वर्ष निवासी जबलपुर ने मेडिकल कॉलेज से बीते वर्ष एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की है वर्तमान में वे मेडिकल कॉलेज में ही प्रैक्टिस कर रहे थे। उनके साथ ही उनके अन्य साथी अमन तिवारी, कार्तिक व आशीष महाकाल दर्शन के लिए उज्जैन आए थे।
वे सभी हर्ष के जीजा के बसंत बिहार स्थित मकान पर रुके औरगुरुवार दिनभर उज्जैन दर्शन किए। सभी को अलग अलग शहरों में वापस जाना था। इसलिए ट्रेन भी अलग अलग पकडऩा थी लेकिन उज्जैन से कोई ट्रेन नहीं थी। दो लोगों को इंदौर से ट्रेन पकडऩा थी। इसलिए तय किया कि सभी इंदौर चलते हैं वहां से अपने अपने रास्ते चल देंगे। सुबह 4 बजे वे आशीष की कार से इंदौर के लिए रवाना हुए थे।
तकरीबन 4.30 बजे ग्राम रामवासा में कार अचानक बंद हो गई। इसलिए सडक़ पर कार को धक्का लगाकर आगे बढ़ा रहे थे। इसी दौरान तेज गति से आयशर वाहन चालक ने लापरवाही से पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। सबसे ज्यादा गंभीर चोट हर्ष को लगी और वह घटनास्थल पर ही बेसुध हो गया था।हादसे में हर्ष के सिर में गहरी चोट लगने से उसकी मौत हो गई। दुर्घटना के बाद मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई।
उन्होंने पुलिस को सूचना दी और एंबुलेंस पर कॉल कर घायलों को अस्पताल पहुंचाया। यहां डॉक्टर ने हर्ष की जांच कर उसे मृत घोषित कर दिया। बाकी तीनों घायलों को उपचार के लिए भर्ती किया है।
साथ पढ़ाई की, लंबे समय बाद मिले थे
चारों दोस्तो ने डॉक्टर बनने के लिए जबलपुर मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई की। छुट्टियों के समय वे अक्सर हर्ष उज्जैन में वसंत विहार स्थित अपनी बहन और जीजा के घर रहता था। मेडिकल कॉलेज से पासआउट होने के बाद सभ अलग-अलग शहरों में प्रैक्टिस के लिए जाना पड़ा था। सभी आपस में चर्चा कर एक साथ उज्जैन आए और महाकाल दर्शन करने गए। गुरुवार को दिनभर साथ रहे।
