मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सिंगल क्लिक से उज्जैन-आगर के किसानों और 29 लाख बहनों को दी राशि
तराना, अग्निपथ। रविवार को तराना की कृषि मंडी में खुशियों की लहर दौड़ गई! प्रदेश के किसानों और बहनों के चेहरे पर मुस्कान लाने स्वयं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पहुँचे। मंच से राहत राशि वितरण समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि प्रदेश सरकार पूरी ईमानदारी और जिम्मेदारी के साथ किसानों का जीवन बेहतर बनाने और बहनों के लिए बनी हर योजना को निभा रही है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंच पर बटन दबाकर जैसे ही ‘सिंगल क्लिक’ किया, कुल 403 (चार सौ तीन) करोड़ रुपये की राहत राशि सीधे किसानों के खातों में पहुँच गई।
- उज्जैन जिले: किसानों के लिए 265 (दो सौ पैंसठ) करोड़ रुपये।
- आगर-मालवा जिले: किसानों के लिए 138 (एक सौ अड़तीस) करोड़ रुपये।
- यह राशि अतिवृष्टि से हुए फसल क्षति के नुकसान की भरपाई के लिए दी गई है।
बहनों को सहारा: 45 करोड़ की सहायता
किसानों के साथ ही प्रदेश की 29 लाख बहनों को भी बड़ी सौगात मिली। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की हितग्राहियों सहित गैर-उज्ज्वला और विशेष पिछड़ी जनजाति की इन बहनों को 45 (पैंतालीस) करोड़ रुपये की सहायता राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से प्रदान की गई।
31 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर तराना क्षेत्र के विकास के लिए लगभग 31 (इकतीस) करोड़ रुपये लागत के 30 कार्यों का भूमि पूजन एवं लोकार्पण भी किया। इसमें लगभग 14 करोड़ के 21 कार्यों का लोकार्पण और 17 करोड़ रुपये लागत के 09 कार्यों का भूमिपूजन शामिल है।
सीएम बोले: ‘किसान खून-पसीना बहाते हैं, मदद हमारा दायित्व’
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार किसान, गरीब, युवा और महिलाओं समेत सभी के कल्याण के लिए निरंतर काम कर रही है। उन्होंने कहा, “किसान खून-पसीना एक कर कड़ी मेहनत से फसलें पैदा करता है। यदि प्राकृतिक कारणों से फसलों को क्षति होती है तो हमारा दायित्व है कि हम उनकी मदद करें।”
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में अब तक किसानों को ₹1800 (एक हजार आठ सौ) करोड़ रुपये की राहत राशि वितरित की जा चुकी है।
किसानों के लिए बड़े ऐलान:
- सोलर पंप पर बड़ी छूट: सोलर पम्प लगाने पर किसानों को अब प्रोजेक्ट लागत की केवल 10 (दस) प्रतिशत राशि ही देनी होगी, शेष राशि सरकार देगी। इससे बिजली बिल से मुक्ति मिलेगी।
- दुग्ध उत्पादन और अनुदान: किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए दुग्ध उत्पादन से जोड़ा जा रहा है। देशी गाय पालन पर सरकार द्वारा अनुदान दिया जाएगा।
- जैविक खेती को बढ़ावा: जहरीले रासायनिक खाद की जगह किसानों को प्राकृतिक एवं जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
- भावांतर भुगतान योजना: मुख्यमंत्री ने बताया कि सोयाबीन का केंद्र सरकार द्वारा ₹5328 (पाँच हज़ार तीन सौ अट्ठाईस) मूल्य घोषित किया गया है। मंडी में पंजीकृत किसानों को मंडी मूल्य और घोषित मूल्य के अंतर की राशि राज्य सरकार देगी।
सड़कों का जाल और रोजगार की सौगात
- मुख्यमंत्री ने बताया कि तराना को शाजापुर से जोड़ने के लिए नई सड़क बनेगी और अब आगर रोड से तराना सीधे जुड़ेगा।
- कायथा में महाविद्यालय का भूमि पूजन किया गया है, जिससे अब विद्यार्थियों को कॉलेज की सुविधा मिलेगी।
- तराना में आईटीआई के लोकार्पण पर बधाई दी।
- कनासिया-बरडंवा क्षेत्र में लगभग 8 हज़ार करोड़ रुपये की लागत का कारखाना स्थापित हो रहा है, जिससे लगभग दो से तीन हज़ार युवाओं को रोजगार मिलेगा।
इस अवसर पर क्षेत्रीय सांसद अनिल फिरोजिया, आगर-मालवा विधायक माधव (मधु) गहलोत, कौशल विकास एवं रोजगार राज्य मंत्री गौतम टेटवाल सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। भाजपा किसान मोर्चा नगर अध्यक्ष पवन सोलंकी ने साथियों के साथ भारीभरकम पुष्प हार से मुख्यमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया।
