उज्जैन। नया वित्तीय वर्ष 1 अप्रैल से शुरू हो रहा है। इसी दिन से कोरोना टीकाकरण की गति में भी काफी तेजी आने वालीा है। 1 जनवरी 1977 से पहले जन्मे सभी लोगों को कोरोना का टीका इसी दिन से लगाया जाना शुरू किया जाएगा।
इस संबंध में कलेक्टर आशीष सिंह ने बुधवार को बृहस्पति भवन में नगर निगम के अन्तर्गत स्वच्छता सर्वेक्षण में लगे एनजीओ के सुपरवाइजर को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। कलेक्टर ने सुपरवाइजर्स से कहा कि वे घर-घर जाकर लोगों को कोविड टीकाकरण के सम्बन्ध में जागरूक करें तथा टीकाकरण से सम्बन्धित भ्रांतियों को दूर करें।
सप्ताह में 4 दिन वैक्सीनेशन
प्रशासन की ओर से सभी आवश्यक व्यवस्थाएं कर ली गई है। प्रत्येक वार्ड में विद्यालय की बिल्डिंग, सरकारी बिल्डिंग तथा कम्युनिटी हॉल में टीकाकरण सेंटर बनाये जाने की योजना है। कलेक्टर ने बताया कि सप्ताह में चार दिन टीकाकरण होगा। जिन दिनों में टीके नहीं लगेंगे वे मंगलवार, शुक्रवार और रविवार और शासकीय अवकाश के दिन रहेंगे।
सरकारी केंद्र पर नि:शुल्क प्रायवेट में 250 रुपए
निगम के सुपरवाइजर घर-घर जाकर लोगों को बतायें कि शासकीय टीकाकरण केन्द्र में कोविड का नि: शुल्क टीका लगेगा तथा यदि वे प्रायवेट अस्पताल में टीकाकरण करवाना चाहते हैं तो प्रत्येक टीके का 250 रुपये शुल्क देना होगा। लोगों को जागरूक किया जाये कि कोरोना टीकाकरण के कोई साइड इफेक्ट नहीं हैं। अब तक उज्जैन में तकरीबन एक लाख लोगों को कोरोना के टीके लगाये गये हैं।
कोरोना का टीका लगने के बाद मामूली-सा बुखार आ सकता है, बाकी इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है। आमजन अफवाहों पर बिलकुल ध्यान न दें। कलेक्टर ने कहा कि उन्होंने भी टीका लगवाया है। टीका लगवाने के बाद कोरोना संक्रमण की गंभीरता कम होगी। टीका लगवाने से किसी भी प्रकार का कोई खतरा नहीं है। इस हेतु एक अप्रैल से डोर टू डोर सर्वे का कार्य किया जाये। कलेक्टर ने जानकारी दी कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भी इस कार्य में लगाया गया है।
जन्मतिथि वाला पहचान पत्र लाना होगा साथ
टीकाकरण के लिये व्यक्ति को अपने साथ एक पहचान पत्र जिसमें उनकी जन्मतिथि हो, टीकाकरण केन्द्र में लेकर जाना होगा। टीकाकरण हेतु इसमें एक जनवरी 1977 के पहले जन्मे सभी व्यक्ति पात्र होंगे। कलेक्टर ने कहा कि अगले 30 दिनों में उक्त आयुवर्ग के शत-प्रतिशत लोगों का टीकाकरण करवाया जायेगा। यदि वार्ड में कोई सरकारी अस्पताल आ रहा है तो वह भी टीकाकरण केन्द्र होगा। कलेक्टर ने आमजन से अपील की है कि उक्त आयुवर्ग के लोग अधिक से अधिक केन्द्रों में जाकर टीके लगवायें।
कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी को निर्देश दिये कि समस्त सीडीपीओ शत-प्रतिशत टीकाकरण लक्ष्य की पूर्ति करें। उज्जैन जिले की जनसंख्या के लगभग 20 प्रतिशत लोग उक्त आयुवर्ग में आते हैं। जिन लोगों का टीकाकरण हो जाये, उनका फालोअप लें, निरन्तर सर्वे करें तथा रिपोर्ट तैयार करें। जितनी जल्दी टीके लगवायेंगे, उतनी ही जल्दी कोरोना कंट्रोल होगा।
हर वार्ड में बनेगा टीकाकरण कंेद्र
वार्डवासियों का होगा वेरिफिकेशन
टीकाकरण में तेजी लाने के लिए 1 अप्रैल से हर वार्ड में टीकाकरण केंद्र बनाया जाएगा। सभी केन्द्रों पर वेटिंग रूम, वेक्सीनेशन रूम और ऑब्जर्वेशन रूम बनाये जायेंगे।बाहर संबंधित रूम का नाम लिखा होगा।
कलेक्टर ने जिस भवन में बड़ा हॉल है, वहां तीन पार्टिशन करवाये जाने के निर्देश दिये गये। सभी कक्षों में टेबल-कुर्सी की व्यवस्था करने के लिये कहा गया है। कलेक्टर ने झोनल आफिसर्स को निर्देश दिये कि आज रात्रि तक वार्डों में स्थापित वेक्सीनेशन सेन्टर में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली जायें। कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी रमा नाहटे को निर्देश दिये कि जो स्कूल बतौर वेक्सीनेशन सेन्टर बनाये गये हैं, वे तत्काल निगम अधिकारियों को खुले मिलना चाहिये।
वेक्सीनेशन सेन्टर बनाते समय तीन बातों का विशेष ध्यान रखा जाये। सर्वप्रथम वार्ड के निवासी केन्द्र में टीकाकरण के लिये जब आयेंगे तो उनका वेरिफिकेशन होगा, इसके बाद उनका टीकाकरण होगा तथा इसके बाद ऑब्जर्वेशन रूम में बैठाया जायेगा। कलेक्टर ने कहा कि सभी टीकाकरण केन्द्रों पर लोगों का वेक्सीनेशन कराया जाना सुनिश्चित किया जायेगा।