खरगोन, अग्निपथ। जवाहरलाल नेहरू सहकारी एग्रीकल्चर प्रोड्यूस प्रोसेसिंग सोसायटी लिमिटेड (शक्कर कारखाना) द्वारा आज, शुक्रवार चौबीस अक्टूबर को, ग्राम पानवा में गन्ना किसान संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी में पानवा, धरमपुरी, बाकानेर, ठिकरी, दवाना और कुआँ क्षेत्र के सैकड़ों गन्ना उत्पादक किसानों ने उत्साह के साथ भाग लिया।
‘गन्ना उत्पादन ग्रामीण अर्थव्यवस्था की जीवनरेखा’
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री और संस्था के अध्यक्ष अरुण यादव थे। उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि शक्कर कारखाना हमेशा किसानों के हितों की रक्षा और कृषि उत्पादन में वृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है। श्री यादव ने जोर देते हुए कहा, “किसान देश की रीढ़ हैं और गन्ना उत्पादन हमारी ग्रामीण अर्थव्यवस्था की जीवनरेखा है।”
किसानों ने रखी समय पर गन्ना खरीदी की माँग
संगोष्ठी के दौरान क्षेत्र के किसानों ने अपनी मुख्य माँग रखते हुए जल्द और समय पर गन्ना क्रय किए जाने का अनुरोध किया। इस पर श्री यादव ने किसानों को आश्वस्त किया कि उनका गन्ना समय पर खरीदा जाएगा, और कारखाना आगामी वर्षों में भी गन्ना खरीदी के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कारखाने के सुचारू संचालन के लिए किसानों से अधिक से अधिक गन्ना बुवाई करने और पेराई सत्र में गन्ना उपलब्ध कराने का अनुरोध किया। श्री यादव ने किसानों से यह भी अपील की कि वे समय पर गन्ना पंजीयन कराएँ और गन्ने की नई किस्मों को अपनाएँ।
इस अवसर पर तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा गन्ने की नवीनतम प्रजातियों, कीट एवं रोग प्रबंधन, और मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड योजना की विस्तृत जानकारी दी गई। विशेषज्ञों ने किसानों के प्रश्नों का समाधान भी किया।
कार्यक्रम में शक्कर कारखाने के संचालक मंडल सदस्य महेंद्र सोलंकी, संजय पटेल, गन्ना विभाग के प्रबंधक श्रीपाल गुर्जर, उप प्रबंधक के.एम. यादव सहित दयाराम यादव (सेगवाल), ओम पाटीदार (कुआँ), वीरेंद्र सिंह सोलंकी (ठिकरी) और उत्तम सिंह तोमर (एकलवारा) समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे। अंत में, कारखाने के अध्यक्ष ने सभी अतिथियों और किसानों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसी संगोष्ठियाँ संस्था और किसानों के बीच समन्वय और विश्वास को मजबूत करती हैं। ।
