उज्जैन,अग्निपथ। इंदिरानगर में बुधवार को एक युवक ने जहर खा लिया। उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सुसाईड नोट में आत्मघाती कदम उठाने का जिम्मेदार बडऩगर के एएसआई को बताया। मामले में पड़ताल की तो पता चला युवक ने एएसआई के मकान का ताला तोडक़र कब्जा किया और पुलिस अधिकारियों को शिकायत करने पर उसने यह कदम उठाया है।
ऋषिनगर निवासी राजेश पिता भगवती प्रसाद माथुर बुधवार को इंदिरानगर दोस्त के यहां गया। बोला उसके परिवार का ध्यान रखना। राजेश द्वारा उल्टी करने पर दोस्त को शक हुआ और जेब की तलाशी ली तो रेड पायजन का डब्बा और सुसाईड नोट मिला, जिसमें लिखा था कि गंगानगर में उसका प्लाट है, रजिस्ट्री, नामांतरण व कोर्ट का आदेश होने पर भी पुलिसकर्मी महेश चौहान ने कब्जा कर रखा। उसके द्वारा धमकी देने से परेशान है इसलिए जिंदगी से हारकर वह जहर खा रहा है। पता चलते ही साथी उमेशसिंह ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कर दिया। रात तक माथुर की हालत स्थिर बनी हुई थी।
कब्जे का सच यह
इस संबंध में बडऩगर में पदस्थ एएसआई महेश चौहान ने बताया कि 2005 में उन्होंने गंगानगर में 15 बाय 40 का प्लाट लिया था। पास ही माथुर का प्लाट है, लेकिन माथुर ने उनके प्लाट को भी अपना दर्शाते हुए लोन ले लिया। प्लाट पर कब्जे की शंका के चलते उन्होंने लोन लेकर मकान बनाकर सामान रख दिया। मामला एसडीएम कोर्ट में भी विचाराधीन है। बावजूद माथुर ने ताला तोड़ दिया। बुधवार को पुत्र दीपक मकान पर गया और ताला टूटा देख थाने से लेकर आईजी तक को शिकायत कर दी।