धार, अग्निपथ। जिले में बन रही इंदौर-दाहोद रेल लाइन के कार्य को लेकर अमझेरा क्षेत्र के किसान आक्रोशित हो गए हैं। किसानों का कहना है कि उनकी ज़मीन अधिग्रहीत हो चुकी है, लेकिन अभी तक कई किसानों को मुआवज़ा राशि नहीं मिली है, जबकि रेलवे ने रत्नेश्वर मंदिर के पास बनने वाले स्टेशन और लाइन का ले-आउट डालना शुरू कर दिया है।
किसान इस बात से चिंतित हैं कि गेहूँ और चने की फ़सल की बुआई का समय चल रहा है, ऐसे में मुआवज़ा राशि न मिलने से उन्हें परेशानी हो रही है। किसान राजू शेखावत ने बताया कि रेलवे द्वारा बाज़ार भाव के हिसाब से मुआवज़ा राशि का वितरण नहीं किया जा रहा है और कुछ किसानों को अब तक राशि प्राप्त नहीं हुई है।
शनिवार दोपहर को जब रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुँचे, तो किसानों ने विरोध दर्ज कराया और जल्द कार्रवाई की माँग की। किसान राजेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि उन्होंने पिछले दिनों सरदारपुर एसडीएम को एक माँग पत्र सौंपा था, जिस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उनकी प्रमुख माँगे इस प्रकार हैं:
- खेतों में सिंचाई के लिए डाली गई पाइप लाइन का मुआवज़ा दिया जाए।
- रेलवे ट्रैक बनने से खेत दो हिस्सों में बँट रहे हैं, जिससे एक हिस्से में जल जमाव की समस्या होगी। इसके निराकरण के लिए ठोस योजना बनाई जाए।
- ट्रैक बनने के बाद खेत के दूसरे भाग में सिंचाई के लिए व्यवस्थित पाइप क्रॉसिंग का निर्माण हो।
- खेत के उपयोग में आने वाले ट्रैक्टर, हार्वेस्टर जैसे उपकरण निकालने के लिए व्यवस्थित ‘अंडर पास’ का निर्माण किया जाए।
इस दौरान भाजपा नेता रवि पाठक, किसान मांगीलाल कुशवाह, संतोष कुशवाह, कुलदीप सिंह पंवार, देवेंद्र शेखावत आदि अन्य किसान मौजूद रहे।
