मामला मंडी में उपज का तौल कम करने का
नागदा, अग्निपथ। कृषि उपज मंडी में भावांतर योजना के तहत सोयाबीन की खरीदी के दौरान बुधवार को तौल कांटे में अनियमितता का मामला सामने आने के बाद स्थानीय से जिले का प्रशासन हरकत में आया गया। गुरुवार को जिले से नापतौल विभाग की टीम नागदा पहुंची और शिकायकर्ता किसान, नायब तहसीलदार के मौजूदगी में कांटे की जांच पंचों के समक्ष की गई, जांच में तौल कांटे में किसी भी तरह की अनियमितता सामने नहीं आई।
सोयाबीन की तुलाई में तीन किलो के अंतर का मामला सुर्खियों में आने के बाद गुरुवार को नापतौल विभाग उज्जैन की टीम कृषि उपज मंडी परिसर में पहुंची। टीम लगभग ढाई घंटे तक मंडी परिसर में रुकी, इस दौरान टीम में शामिल इंस्पेक्टर अफजल हुसैन ने सांवरिया ट्रेडर्स के जब्त कांटे की जांच कर क्लीन चीट दे दी।
50 किलो के बाट से सत्यापन
इसी तरह मंडी में लगे अन्य 12 कांटों की जांच की गई, जिसमें किसी भी तरह की अनियमितता सामने नहीं आई। टीम ने 50 किलो के बाट से कांटे का सत्यापन किया। वहीं संग्दिध कांटे को 50 किलो के बाट से सत्यापन करने के साथ उसका डिस्प्ले खोलकर भी चेक किया। इसके साथ ही तुलाई के दौरान के सीसीटीवी फुटेज भी देखे गए। जांच में कांटों में किसी तरह की गडबडी सामने नहीं आने पर टीम ने ओके रिपोर्ट बनाकर मंडी प्रबंधन को सौंपी।
इस दौरान नायब तहसीलदार सुभाष सुनहरे, मंडी प्रांगण प्रभारी गोपालकृष्ण कालरा, नागेंद्रसिंह राठौड़, अजय बागरानी, सचिन, सावंरिया ट्रेडर्स के प्रतिनिधि प्रशांत पोरवाल, किसान रविं आंजना, यशवंत आंजना आदि मौजूद रहे।
बुधवार दोपहर तुलाई के दौरान किसान राजूबाई की 83 किलो की सोयाबीन की बोरी व्यापारी के कांटे पर 81 किलो की निकली थी। तौल में तीन किलो का अंतर आने पर किसानों ने मंडी प्रांगण में हंगामा कर दिया था। इस पर मंडी प्रबंधन ने व्यापारी के कांटे को सील कर जब्त किया था। बुधवार को किसानों के हंगामे के बाद दोपहर बाद खरीदी रोक दी गई थी। इससे 60 ट्रॉली सोयाबीन की नीलामी नहीं हो पाई थी। गुरुवार को पहले पेडिंग 60 ट्रॉली सोयाबीन तौली गई।
उसके बाद बाकी उपज की तुलाई की गई। आंकड़ों के अनुसार शाम तक 3 हजार क्विंटल आवक रही थी। मंडी प्रबंधन ने सांवरिया ट्रेडर्स से कांटा जब्त करने के साथ ही फर्म प्रतिनिधि प्रशांत पोरवाल को शोकाज नोटिस दिया है। गुरुवार शाम 5 बजे तक व्यापारी प्रतिनिधि की तरफ से जवाब नहीं आया था।
नापतौल विभाग ने अपनी जांच पूरी करके ओके रिपोर्ट दी है। अन्य 12 कांटों की भी जांच की गई, जिसमें किसी तरह की गडबडी सामने नहीं आई हैं। फिलहाल व्यापारी ने शोकाज नोटिस का जवाब नहीं दिया है। जवाब मिलने आगामी कार्रवाई करेेंगे।
– मनोज खिंची, सचिव-कृषि उपज मंडी समिति, नागदा
