हालत बिगडऩे पर इंदौर में करवाया भर्ती
उज्जैन। महाकाल मंदिर के पुजारी के प्रतिनिधि के कोरोना पॉजिटिव होने से मंदिर में हडक़ंप मचा हुआ है। उनकी तबीयत ज्यादा बिगडऩे पर इंदौर के एक निजी अस्पताल में उनका उपचार कराया जा रहा है। वह जिस एरिये में रहते हैं, वहां पर पिछले वर्ष एक के बाद एक मंदिर से जुड़े काफी लोग संक्रमित हुए थे।
मंदिर के पुजारियों और अधिकारियों में अपनी खास पहचान रखने वाले इन पुजारी प्रतिनिधि को महाशिवरात्रि के बाद से ही कोरोना संक्रमण ने अपनी चपेट में ले लिया था। करीब 15 दिन से अधिक समय तक अपने घर में इलाज करवाने के बाद ज्यादा तबीयत बिगडऩे पर उनको पिछले शनिवार की शाम को इंदौर के बांबे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। मंदिर के अन्य पंडे पुजारियों में इस बात की चर्चा रही कि अब मंदिर के मुख्य कर्ताधर्ताओं में भी कोरोना संक्रमण फैलने लगा है। मंदिर के कर्मचारियों में भी इस बात को लेकर चर्चाएं चलती रहीं।
परिवार के सदस्य अभी भी आ रहे मंदिर
पुजारी प्रतिनिधि के परिवार के सदस्य अभी भी मंदिर आ रहे हैं। हाल ही में सभा मंडप में हुई भगवान वीरभद्र की पूजा के समय भी दोनों सदस्य वहां पर उपस्थित थे। ऐसे में कोरोना से अन्य लोगों को भी संक्रमित होने की संभावना बन सकती है। हालांकि वह दो सदस्य उनके घर में नहीं रहते हैं। लेकिन एक ही गली में आगे पीछे रहते हैं। कोरोना से संक्रमित पुजारी प्रतिनिधि का छोटा भाई भी प्रतिदिन मंदिर में आकर पूजा पाठ कर रहा है। जबकि नियमानुसार इनको मंदिर नहीं आना चाहिए।
पुजारी पहले हो चुके संक्रमित
पिछले वर्ष जब कोरोना तांडव मचा रहा था और महाकाल मंदिर लॉकडाउन के स्थिति में था, उस दौरान इनके परिवार के पुजारी भी कोरोना संक्रमित हो गए थे। इनका पूरा एरिया कोरोना एपिक सेंटर बन गया था। जिसमें एक के बाद एक कोरोना संक्रमित हो रहे थे।