शहर के मध्य फ्रीगंज में पाटीदार अस्पताल में शॉर्ट सर्किट के चलते आगजनी की घटना हो गई। शुक्र रहा कि इस पूरे घटनाक्रम में कोई जनहानि नहीं हुई। किंतु जिस तरह घटनाक्रम घटित हुआ था उससे उसकी भयावह स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता था।
फायर ब्रिगेड सहित अन्य अमले ने तुरंत हरकत करते हुए स्थिति पर काबू पा लिया। फिर भी आगजनी की इस घटना में चार लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं। वहीं लगभग 80 मरीजों को अन्य अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है। यदि समय रहते आग पर काबू नहीं पाया जाता तो पाटीदार अस्पताल तो श्मशान में तब्दील हो ही जाता। उसके आसपास जो आग फैलती वह डरा देने वाली होती।
पाटीदार अस्पताल से ठीक लगा हुआ गुरुनानक अस्पताल है। वहीं पाटीदार अस्पताल के दूसरी ओर एक होटल संचालित होती है। यदि यह आगजनी की घटना अस्पताल और होटल तक पहुंच जाती तो बहुत बड़ा हादसा घटित होता। जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है।
यह हादसा भले ही टल गया हो किंतु प्रशासन को पूरे मामले की जांच करनी चाहिए। सबसे गंभीर बात यह है कि अस्पताल के पास आग पर काबू पाने के लिए कोई भी संसाधन उपलब्ध नहीं थे जो एक बहुत बड़ी चूक है।